![]() |
| ग्राम पंचायत जुड़मनिया रघुनाथ में हुआ वित्तीय साक्षरता का आयोजन Aajtak24 News |
मऊगंज - मऊगंज जिले की ग्राम पंचायत जुडमनिया रघुनाथ में ग्रामीणों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण द्वितीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन ग्राम पंचायत भवन में रोजगार सहायक अक्षय पटेल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वित्तीय साक्षरता के असिस्टेंट काउंसलर (आरोह फाउंडेशन के संतोष कुमार मिश्र) रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत के सरपंच रामानंद पटेल ने की, जबकि पूर्व सरपंच लोकमणि पटेल, वरिष्ठ नागरिक नागार्जुन सिंह, एवं आशा सुपरवाइजर सविता पटेल विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
🛡️ जन सुरक्षा अभियान और बीमा का महत्व
मुख्य अतिथि संतोष कुमार मिश्र ने सबसे पहले बैंक खाता, केवाईसी, नॉमिनी और खाता में मोबाइल नंबर के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद, उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे जन सुरक्षा अभियान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
1. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY):
इस योजना में साल भर में मात्र 20 रुपये खाते से कटते हैं और लाभार्थी का 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा हो जाता है।
बीमाधारक की आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹2 लाख मिलते हैं, जो गरीब परिवार के लिए बड़ी आर्थिक मदद होती है।
यह बीमा 18 वर्ष से 70 वर्ष के हर महिला/पुरुष अपने बैंक खाता के माध्यम से करवा सकते हैं।
2. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY):
यह बीमा 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच के हर महिला/पुरुष के लिए है।
इसमें साल भर में 436 रुपये लगते हैं और किसी भी तरह की मृत्यु होने पर नॉमिनी को 2 लाख रुपये मिलते हैं।
मिश्र ने स्पष्ट किया कि ये बीमा केवल बैंक या अधिकृत कियोस्क सेंटर से ही होती है, कोई प्राइवेट एजेंट इसे नहीं कर सकता, इसलिए सभी को यह बीमा जरूर करवाना चाहिए।
👵 'बुढ़ापे की लाठी' अटल पेंशन योजना
संतोष कुमार मिश्र ने अटल पेंशन योजना (APY) को 'बुढ़ापे की लाठी' बताते हुए इसकी विस्तृत जानकारी दी।
योग्यता: 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच के वे सभी महिला/पुरुष जो आयकर दाता नहीं हैं, वे आवेदन कर सकते हैं।
लाभ: 60 वर्ष तक प्रीमियम जमा करने के बाद जीवनपर्यंत पेंशन मिलती है। पेंशनर की मृत्यु के बाद नॉमिनी को पेंशन मिलती है, और अंत में दोनों की मृत्यु के पश्चात ₹8,50,000 की बड़ी राशि बच्चों को बैंक की तरफ से दी जाती है।
🎓 निःशुल्क प्रशिक्षण और लोन की सुविधा
कार्यक्रम में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) की जानकारी दी गई।
संस्थान में ब्यूटी पार्लर, कढ़ाई, बुनाई, सिलाई आदि का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण पूरी तरह से फ्री है, जिसमें भोजन, नाश्ता और ड्रेस का खर्च सरकार उठाती है।
कोर्स पूरा होने और प्रमाण पत्र मिलने के बाद, बैंक से सरलता से लोन लेकर स्वयं का व्यवसाय शुरू किया जा सकता है।
एजुकेशन लोन में बड़ी राहत: विशेष रूप से बताया गया कि जिन छात्र-छात्राओं का कक्षा 12वीं में 85 प्रतिशत से ऊपर रिजल्ट है और जिनके माता-पिता के पास आय का कोई स्रोत या जमीन नहीं है, ऐसे बच्चों को साढ़े चार लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन बिना गारंटी के दिया जाता है।
⚠️ साइबर फ्रॉड और आरबीआई का फैसला
साइबर सुरक्षा: साइबर फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, मिश्र ने आगाह किया कि कोई भी अनजान लिंक या ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें और फोन पर गोपनीय जानकारी न दें। यदि कोई फ्रॉड होता है, तो तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके खाते में होल्ड लगवाया जा सकता है। आरबीआई का फैसला: उन्होंने आरबीआई के एक महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी दी कि जो खाते 10 साल तक लेनदेन न होने के कारण निष्क्रिय हो गए थे और उनका पैसा आरबीआई को चला गया था, अब संबंधित ब्रांच से संपर्क कर रिकॉर्ड प्रस्तुत करके ब्याज सहित वापस लिया जा सकता है।
🙏 हितग्राहियों को मिलेगा लाभ
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सरपंच रामानंद पटेल ने कहा कि आज वित्तीय साक्षरता से हितग्राहियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं और पंचायत प्रयास करेगी कि इसका अधिक से अधिक जनता लाभ ले। इस सफल आयोजन में रोजगार सहायक अक्षय पटेल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रामवती पटेल, आशा सिंह, भारती पटेल, सहायिका रैना पटेल, संगीता साकेत, उर्मिला साकेत, आशा कार्यकर्ता गीता पटेल, सविता पटेल तथा छोटे लाल पटेल, गीता देवी पटेल, संगीता कोल सहित सैकड़ों हितग्राही उपस्थित रहे। अंत में गांव के वरिष्ठ नागरिक नागार्जुन सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया।
