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| विंध्य के चिकित्सा इतिहास में स्वर्णिम अध्याय: रीवा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में बिना सर्जरी 'दिल के छेद' का सफल इलाज Aajtak24 News |
रीवा - विंध्य की धरती आज एक ऐतिहासिक चिकित्सकीय उपलब्धि की साक्षी बनी है। रीवा स्थित सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग ने वह कर दिखाया है, जो अब तक केवल महानगरों के बड़े अस्पतालों तक सीमित माना जाता था। यहाँ के डॉक्टरों ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए दो मरीजों के दिल में मौजूद जन्मजात छेद (ASD) को बिना किसी 'ओपन हार्ट सर्जरी' के सफलतापूर्वक बंद कर दिया।
बिना चीरा, बिना टांका: विज्ञान का चमत्कार
कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. एस.के. त्रिपाठी एवं डॉ. सुरेंद्र तिवारी के कुशल नेतृत्व में 'एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट' (ASD) से जूझ रहे दो मरीजों का उपचार 'सूक्ष्म डिवाइस क्लोजर' तकनीक से किया गया। इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि इसमें मरीज के शरीर पर न तो कोई बड़ा चीरा लगाया गया और न ही टांके आए। आधुनिक कैथेटराइजेशन तकनीक के माध्यम से एक छोटे से उपकरण (Device) को दिल तक पहुँचाकर छेद को पूरी तरह बंद कर दिया गया।
विंध्य में पहली बार एक साथ दो सफल प्रक्रियाएं
यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि विंध्य क्षेत्र में पहली बार एक ही समय में दो ASD डिवाइस क्लोजर सफलतापूर्वक संपन्न हुए। ASD (Atrial Septal Defect) एक ऐसी जन्मजात बीमारी है जिसमें समय पर इलाज न मिलने से सांस फूलना, अत्यधिक थकान और बार-बार संक्रमण जैसी समस्याएं होती हैं। अब 2D इको तकनीक से इसकी पहचान कर इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री और प्रशासन ने थपथपाई पीठ
इस गौरवशाली उपलब्धि पर मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल, डीन डॉ. सुनील अग्रवाल, सुपरिंटेंडेंट डॉ. अक्षय श्रीवास्तव एवं विभागाध्यक्ष डॉ. वी.डी. त्रिपाठी ने पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता सिद्ध करती है कि अब विंध्य के लोगों को विश्वस्तरीय इलाज के लिए महानगरों की ओर भागने की आवश्यकता नहीं है।
इनके श्रम से धड़क उठा जीवन
इस सफलता के पीछे डॉक्टरों के साथ-साथ एक समर्पित टीम का हाथ रहा, जिसमें नर्सिंग स्टाफ सतेंद्र, कैथलैब टेक्नीशियन जय नारायण मिश्रा, सुधांशु, मनीष, सत्यम, सुमन, विजय और सोनाली शामिल रहे। "यह केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि विंध्य के लिए विश्वास की नई सुबह है। जब विज्ञान सेवा से जुड़ता है, तो दूरियां मिट जाती हैं और जीवन मुस्कुरा उठता है।"
