मऊगंज में बड़ा हादसा: स्कूली बच्चों से भरा 'ओवरलोड' ऑटो पलटा, 6 घायल (2 गंभीर); नशे में ड्राइवर Aajtak24 News

मऊगंज में बड़ा हादसा: स्कूली बच्चों से भरा 'ओवरलोड' ऑटो पलटा, 6 घायल (2 गंभीर); नशे में ड्राइवर Aajtak24 News

मऊगंज - मऊगंज जिले में स्कूली वाहनों के संचालन में बरती जा रही घोर लापरवाही का एक और भयावह उदाहरण बुधवार शाम को सामने आया, जब गोरमा नदी के पास महावीरन पब्लिक स्कूल का बच्चों से खचाखच भरा एक ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया। इस हादसे में छह बच्चे घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें रीवा रेफर किया गया है।

ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार और ड्राइवर पर नशे का आरोप

प्रत्यक्षदर्शियों और अभिभावकों के अनुसार, हादसा बेहद लापरवाहीपूर्ण तरीके से ऑटो चलाने के कारण हुआ। ऑटो में सुरक्षा नियमों को दरकिनार करते हुए, क्षमता से कहीं अधिक लगभग 35 बच्चे ठूंसे गए थे। इतना ही नहीं, रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों के साथ ऑटो में अंडों की खेप भी लदी हुई थी। प्रत्यक्षदर्शी शारदा प्रसाद तिवारी ने बताया कि ऑटो की रफ्तार बहुत तेज थी, और वह बेकाबू होकर पलट गया। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। गुस्साए अभिभावकों ने ड्राइवर पर शराब के नशे में होने का गंभीर आरोप लगाया है।

गुस्साए परिजनों ने किया चक्काजाम

हादसे की खबर मिलते ही अभिभावक और स्थानीय नागरिक आक्रोशित हो गए। उन्होंने तत्काल सड़क पर उतरकर लगभग एक घंटे तक चक्काजाम किया और स्कूल प्रबंधन तथा ऑटो चालक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। टटिहरा गांव निवासी निलेश पांडे ने स्कूल प्रबंधन की पोल खोलते हुए कहा कि वे एक ऑटो में 35 से ज्यादा बच्चों को ठूंस देते हैं। उन्होंने कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने की बात कही और आरोप लगाया कि ड्राइवर शराब पीकर वाहन चलाता है, जिससे बच्चों की जान हमेशा जोखिम में रहती है।

गंभीर रूप से घायल बच्चे रीवा रेफर

हादसे में घायल सभी 6 बच्चों को तत्काल हनुमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद दो बच्चों की गंभीर स्थिति (सिर में चोट) को देखते हुए उन्हें रीवा रेफर कर दिया गया। मौके पर पहुंची 112 पुलिस ने पलटे हुए ऑटो और उसमें लदे अंडों को अपने कब्जे में लिया।

प्रशासनिक विफलता पर गंभीर सवाल

परिजनों का यह हंगामा इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि दैनिक आज तक 24 द्वारा पूर्व में कई बार चेतावनी प्रकाशित किए जाने के बावजूद, स्कूल वाहन संचालक, स्कूल प्रबंधन, अभिभावक और परिवहन विभाग इस गंभीर समस्या को रोक पाने में पूरी तरह असमर्थ रहे हैं। यह दुर्घटना एक बार फिर साबित करती है कि निजी स्कूलों के वाहनों के नियमन में कितनी बड़ी लापरवाही बरती जा रही है, जिसका खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। नाराज अभिभावकों ने कलेक्टर और प्रशासन से स्कूल प्रबंधन व ऑटो चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने तथा सभी निजी स्कूलों के वाहनों की सघन जांच अभियान चलाने की मांग की है। थाना प्रभारी अजय खोबरागड़े ने बताया कि घटना में 6 बच्चे घायल हुए हैं, और फरार ड्राइवर की तलाश की जा रही है। उन्होंने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।




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