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| MP बॉर्डर बंद' आदेश के बाद भी जारी अवैध वसूली! हनुमना RTO चेकपोस्ट पर ड्राइवर से मारपीट, 500 रुपये न देने पर सादे कागज़ पर ज़बरन हस्ताक्षर Aajtak24 News |
मऊगंज - मऊगंज जिले के हनुमना आरटीओ चेकपोस्ट पर अवैध वसूली और मारपीट का एक गंभीर मामला सामने आया है। एक ट्रक ड्राइवर ने आरटीओ कर्मियों पर 500 रुपये नकद न देने पर मारपीट करने और जबरन सादे कागज़ पर हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाया है। इस घटना से नाराज़ होकर सर्व चालक कल्याण संघ जिला मऊगंज ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
अवैध वसूली और मारपीट का आरोप:
जानकारी के अनुसार, 4 नवंबर 2025 को जालौन (उ.प्र.) निवासी ड्राइवर रविशंकर चौधरी अपने ट्रक से कोलकाता जा रहे थे। हनुमना चेकपोस्ट पर आरटीओ कर्मियों ने उन्हें रोककर 'अंदर से गाड़ी ले जाने' के एवज में 500 रुपये नकद की अवैध मांग की। ड्राइवर रविशंकर चौधरी द्वारा ऑनलाइन भुगतान की पेशकश किए जाने पर आरटीओ कर्मियों ने नकद देने से इनकार कर दिया।
संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा ने बताया कि नकद पैसे न देने पर आरटीओ कर्मियों ने ड्राइवर को धर्मकांटा के एक कमरे में ले जाकर उसके साथ मारपीट की और डरा-धमका कर सादे कागज़ पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवा लिए।
संघ के जिलाध्यक्ष से भी अभद्रता:
घटना की सूचना मिलने पर सर्व चालक कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने घटना का विरोध किया और ड्राइवरों का पक्ष लिया, तो उनके साथ भी चेकपोस्ट पर तैनात कर्मचारियों द्वारा अभद्रता और मारपीट की गई। राजकुमार विश्वकर्मा ने यह भी बताया कि एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया में भी जानबूझकर देरी की गई और अधिकारियों ने उनके मोबाइल फोन छीन लिए थे।
मुख्यमंत्री के आदेश पर सवाल:
सर्व चालक कल्याण संघ ने प्रशासन से सीधा सवाल किया है कि जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं यह आदेश जारी कर चुके हैं कि मध्यप्रदेश के सभी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद हैं, तो फिर हनुमना चेकपोस्ट पर चेकिंग और अवैध वसूली किसके आदेश पर की जा रही है? संघ ने RTO विभाग की एक बोलेरो गाड़ी का बीमा जनवरी 2025 से समाप्त होने के बावजूद उसके उपयोग किए जाने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
आंदोलन की चेतावनी:
जिलाध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो जिलेभर के ड्राइवर संगठन एकजुट होकर व्यापक आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
