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| रीवा: गढ़ में खूनी संघर्ष का 'जंगल राज', जमीन विवाद पर फरसा-तलवार चली; हमलावरों ने कोर्ट को ठुकराया Aajtak24 News |
रीवा/गढ़ - रीवा संभाग के गढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत लोरी नंबर-1 में बुधवार दोपहर लगभग 12 बजे एक पुराना जमीन विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। मामले में एक पक्ष पर 11 से अधिक लोगों ने घातक हथियारों—फरसा, तलवार, लाठी और डंडे—से हमला कर दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावर पक्ष ने विवादित जमीन पर चल रहे न्यायालयीन मामले को सिरे से नकार दिया और खुलेआम फैसला खुद करने का ऐलान किया, जिसके बाद यह हिंसक घटना हुई। हम कोर्ट-टोर्ट कुछ नहीं मानते” हमले में गंभीर रूप से घायल हुए पहले पक्ष के पीड़ित सृजन सिंह ने बताया कि वे अपने खेत में धान की कटाई कर रहे थे। तभी दूसरे पक्ष के कई लोग वहाँ पहुँचे और गाली-गलौज शुरू कर दी। जब पीड़ित पक्ष ने बताया कि मामला पहले से ही न्यायालय में विचाराधीन है, तो हमलावरों ने जवाब दिया—
“हम कोर्ट-टोर्ट कुछ नहीं मानते, फैसला यहीं करेंगे।”
इसके बाद सभी आरोपी हथियारों से लैस होकर टूट पड़े। इस हमले में सृजन सिंह का हाथ टूट गया। प्रभुनाथ सिंह और छोटेलाल सिंह सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया। पहले पक्ष ने जबर सिंह, रामपाल सिंह, शिखर सिंह और अन्य सहित कुल 11 से अधिक लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
दूसरे पक्ष ने भी लगाया जानलेवा हमले का आरोप वहीं, घटना के बाद दूसरे पक्ष ने भी अपनी अलग कहानी बताई है और हमलावरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। दूसरे पक्ष का कहना है कि वे अपने खेत की जुताई कर रहे थे, तभी सामने वाले पक्ष के लगभग 10 लोग वहाँ पहुँचे और उन पर फरसा-लाठी से हमला कर दिया। दूसरे पक्ष के एक घायल व्यक्ति ने अपनी चोट की गंभीरता बताते हुए कहा, “हमसे पूछा कि हम यहाँ क्या कर रहे हैं। तभी चारू सिंह पर फरसा से वार हुआ, और फिर हमारे सिर पर भी वार किया गया। सिर फट गया, हड्डी तक दिखने लगी।” दूसरे पक्ष ने प्रभुनाथ सिंह, छोटेलाल सिंह, सिरचम सिंह सहित लगभग 7 लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
पुलिस बोली: जांच के बाद होगी गिरफ्तारी सूत्रों के अनुसार, इस खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों के कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और लोरी नंबर-1 में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। गढ़ थाना प्रभारी अवनीश पाण्डेय ने बताया कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई है और घायलों का इलाज पहली प्राथमिकता है। मर पीट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच रिपोर्ट आने और आरोपियों की पहचान की पुष्टि होने के बाद तत्काल गिरफ्तारी की कार्यवाही शुरू की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि जब जमीन विवाद न्यायालय में होने के बावजूद सुलझ नहीं पाते, तब लोग हथियार उठाकर खुद ही 'फैसला' करने लगते हैं, जिससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था के समक्ष गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है।
