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| कलेक्टर प्रतिभा पाल की औचक 'आहट' से दहला बीड़ा स्वास्थ्य केंद्र! मरीजों की शिकायत पर स्टाफ नर्स तत्काल निलंबित Aajtak24 News |
रीवा - जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर करारा प्रहार करते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने सोमवार की शाम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बीड़ा का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर की बिना पूर्व सूचना की यह 'आहट' मात्र ही स्वास्थ्य केंद्र में जड़ जमा चुकी लापरवाहियों की परतें खोलने के लिए काफी थी। निरीक्षण के दौरान मरीजों की व्यथा ने ही इस केंद्र की वास्तविक और चिंताजनक तस्वीर उजागर कर दी। स्वास्थ्य केंद्र में उपचार की उम्मीद लेकर पहुंचे मरीजों ने निर्भीक होकर कलेक्टर के समक्ष अपनी गंभीर पीड़ाएं रखीं। मरीजों ने मुख्य रूप से दवाओं की निरंतर कमी, समय पर उपचार न मिलने और केंद्र के स्टाफ की उपेक्षापूर्ण एवं असंवेदनशील कार्यशैली जैसे गंभीर आरोप लगाए।
लापरवाही पर तत्काल निलंबन
इन शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती पाल ने तत्काल निर्णायक कार्रवाई की। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्टाफ नर्स राजूदेवी साकेत को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। यह त्वरित कार्रवाई इस संदेश को स्पष्ट करती है कि स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही अब शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) की नीति से देखी जाएगी। कलेक्टर प्रतिभा पाल का यह औचक निरीक्षण केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक कठोर प्रहार है जो स्वास्थ्य तंत्र में व्याप्त सुस्ती और असंवेदनशीलता को भंग करता है। बीड़ा स्वास्थ्य केंद्र की अव्यवस्थाएं दर्शाती हैं कि प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी उपेक्षित हैं। प्रशासन का यह कठोर कदम उस टूटते हुए विश्वास को पुनर्जीवित करने का प्रयास है जो आमजन चिकित्सा संस्थानों पर करते हैं। कलेक्टर पाल ने स्पष्ट किया है कि जहाँ व्यवस्था तंद्रा में होगी, वहाँ प्रशासन कठोर जागरण का शंखनाद करेगा। अब आवश्यकता है कि यह अनुशासन की चिंगारी केवल बीड़ा तक सीमित न रहे, बल्कि जिले के हर स्वास्थ्य केंद्र को जिम्मेदारी और जवाबदेही का आईना दिखाए।
