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| रीवा स्वास्थ्य विभाग में 'भ्रष्टाचार की परतें खुली': डिप्टी सीएम के गृह जिले में 10 हज़ार रिश्वत लेते डॉक्टर गिरफ्तार Aajtak24 News |
रीवा - रीवा जिला स्वास्थ्य विभाग में चल रहे कथित भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए, लोकायुक्त की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सोमवार को रीवा लोकायुक्त ने रायपुर कर्चुलियान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कल्याण सिंह को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि रीवा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री, जिनके पास स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रभार है, का गृह जिला है।
क्लीनिक चलाने के लिए मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त से मिली जानकारी के अनुसार, खजवा निवासी जयप्रकाश गुप्ता ने डॉक्टर कल्याण सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। गुप्ता का आरोप था कि डॉक्टर कल्याण सिंह उनके क्लीनिक चलाने की अनुमति देने के एवज में ₹10,000 की रिश्वत मांग रहे थे। शिकायतकर्ता गुप्ता ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ शिव शंकर शुक्ला भी डॉक्टर कल्याण सिंह के कहने पर उनसे बार-बार रिश्वत की मांग कर रहे थे।
रंगे हाथ गिरफ्तारी और गंभीर आरोप
शिकायत मिलने के बाद, लोकायुक्त की टीम ने सोमवार दोपहर करीब 12 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय पहुंचकर जाल बिछाया। जैसे ही डॉक्टर कल्याण सिंह ने रिश्वत की राशि ली, टीम ने उन्हें मौके पर ही धर दबोचा।सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि डॉक्टर कल्याण सिंह पर पहले भी व्यापम घोटाले में कार्रवाई की गई थी। उन पर आरोप है कि वह वर्षों से मरीजों का कल्याण करने के बजाय अपना कल्याण करने में लगे थे। इसके अलावा, उनकी धर्मपत्नी अर्चना सिंह भी नगर पंचायत गुढ़ में सदैव विवादों में बनी रहती हैं। इस गिरफ्तारी ने स्थानीय राजनीति और स्वास्थ्य प्रशासन के बीच कथित सांठगांठ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोकायुक्त की इस कार्रवाई ने संकेत दिया है कि स्वास्थ्य विभाग के भीतर भ्रष्टाचार की "हांडी का एक चावल ही काफी होता है" और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
