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MP का 'शहद धनकुबेर': पूर्व PWD चीफ इंजीनियर के ठिकानों से 36 लाख कैश, 3 करोड़ का सोना और 17 टन शहद जब्त Aajtak24 News |
भोपाल/मध्य प्रदेश - मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और सबसे बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है। लोकायुक्त पुलिस ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के सेवानिवृत्त इंजीनियरिंग इन चीफ गोविंद प्रसाद (जी.पी.) मेहरा के भोपाल और नर्मदापुरम जिले के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर उनकी आय से कई गुना अधिक बेनामी संपत्ति का खुलासा किया है। यह कार्रवाई गुरुवार सुबह शुरू हुई और देर रात तक चली, जिसमें करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति, भारी मात्रा में नकदी, सोना, चांदी और यहां तक कि 17 टन शहद का विशाल भंडार मिला।
करोड़ों का खजाना और हैरान करने वाली बरामदगी
लोकायुक्त अधिकारियों को रिटायर्ड चीफ इंजीनियर मेहरा के चार ठिकानों से जो संपत्ति मिली है, उसका ब्यौरा चौंकाने वाला है। नकदी इतनी अधिक थी कि गिनने के लिए नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी।
नगद राशि (कुल): मेहरा के दो अलग-अलग फ्लैटों से कुल ₹36.04 लाख नकद बरामद हुए हैं।
सोना और चांदी: भोपाल के ओपल रेजेंसी फ्लैट से 2 किलो 649 ग्राम सोना (अनुमानित कीमत ₹3.05 करोड़) और 5 किलो 523 ग्राम चांदी (अनुमानित कीमत ₹5.93 लाख) जब्त की गई है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): मणीपुरम कॉलोनी स्थित निवास से ₹56 लाख की एफडी के कागजात और 50 लाख रुपये के जेवर मिले हैं।
वाहन: परिवार के सदस्यों के नाम पर चार महंगी गाड़ियां मिली हैं, जिनमें फोर्ड एंडेवर, स्कोडा स्लाविया, किया सोनेट और मारुति सियाज़ शामिल हैं।
लोकायुक्त अधिकारियों के मुताबिक, मेहरा ने अपने सेवाकाल के दौरान विभिन्न स्थानों पर पदस्थ रहते हुए भ्रष्टाचार के जरिए यह काली कमाई जुटाई थी।
नर्मदापुरम में 'विलासिता का साम्राज्य' और 17 टन शहद
मेहरा की संपत्ति का सबसे असामान्य और भव्य हिस्सा नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम सैनी स्थित उनका फार्महाउस था। यह ठिकाना किसी आलीशान रिसॉर्ट से कम नहीं था, जहां अधिकारियों को संपत्ति के एक असामान्य मिश्रण का सामना करना पड़ा।
कॉटेज फैक्ट्री: कृषि भूमि पर 32 निर्माणाधीन कॉटेज और 7 पूरी तरह से निर्मित कॉटेज का खुलासा हुआ है।
विशाल भंडार: फार्महाउस से 17 टन शहद का बड़ा स्टॉक मिला।
कृषि उपकरण और सुविधाएं: यहां 6 ट्रैक्टर सहित कई महंगे कृषि उपकरण, 2 मछली पालन केंद्र, 2 गौशालाएं, 2 बड़े तालाब और एक मंदिर की भी जानकारी मिली है।
व्यावसायिक मोर्चा: भोपाल के गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में मेहरा के बेटों की के.टी. इंडस्ट्रीज नाम से पीवीसी पाइप की फैक्ट्री मिली है, जिसे कथित तौर पर अवैध कमाई को वैध बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। फैक्ट्री से भी नकदी और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
लोकायुक्त पुलिस ने सेवानिवृत्त अधिकारी जी.पी. मेहरा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जब्त किए गए एफडी, इंश्योरेंस पॉलिसी, शेयर और अन्य प्रॉपर्टी से जुड़े कागज़ातों का विस्तृत परीक्षण जारी है। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि अंतिम मूल्यांकन होने के बाद उनकी अवैध संपत्ति की कीमत कई करोड़ रुपये और बढ़ सकती है।