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MP के मऊगंज में बेलगाम 'बाहुबली' पटवारी: किसान से खुलेआम गुंडागर्दी और रिश्वत की मांग का वीडियो वायरल Aajtak24 News |
मऊगंज/मध्य प्रदेश - मध्य प्रदेश के नवगठित मऊगंज जिले में राजस्व विभाग के कर्मचारियों की बेलगाम अफसरशाही और भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला नईगढ़ी सर्किल के ग्राम पंचायत भरिगवां का है, जहां हल्का पटवारी पवन शुक्ला का एक और धमकी भरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पटवारी एक किसान से अभद्र भाषा में बात करते हुए उसे खुलेआम धमकाता नजर आ रहा है, जिससे विभाग के अंदर व्याप्त गुंडागर्दी उजागर हुई है।
रिश्वत न देने पर किसान से गुंडागर्दी
पीड़ित किसान ने मीडिया से चर्चा में बताया कि पटवारी पवन शुक्ला लंबे समय से किसानों से खुलेआम पैसों की वसूली कर रहा है। पटवारी की मांग पूरी न करने वाले किसानों को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। किसान ने आरोप लगाया कि "पटवारी खुलेआम रिश्वत मांगता है, और जो किसान पैसे देने से मना करता है, उसके साथ बदसलूकी की जाती है, अपमानित किया जाता है।" यह वीडियो इसी प्रताड़ना का प्रमाण है। किसान ने इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार को लिखित में सौंप दी है।
हावी अफसरशाही, मुख्यालयों में पटवारियों का 'डेरा'
जिले में पटवारियों की मनमानी इस हद तक बढ़ गई है कि अधिकांश कर्मचारी अपने हल्के (फील्ड) से नदारद रहकर तहसील और जिला मुख्यालयों में डेरा डाले रहते हैं। किसानों को अपने छोटे-छोटे राजस्व कार्यों के लिए भी पटवारियों को खोजने के लिए भटकना पड़ता है, लेकिन उनकी शिकायतें सुनने वाला कोई नहीं है। यह स्थिति तब है, जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए थे कि अधिकारी गांव-गांव जाकर रात्रि विश्राम करें और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें। लेकिन मऊगंज में उन्हीं कलेक्टर के अधीनस्थ अधिकारी और कर्मचारी किसानों को प्रताड़ित करने में जुटे हैं।
सरकार की छवि पर उठे गंभीर सवाल
एक ओर राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसे भ्रष्ट और बेलगाम कर्मचारी खुलेआम किसानों से दुर्व्यवहार कर न सिर्फ सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, बल्कि सरकार की छवि भी धूमिल कर रहे हैं। किसानों का साफ कहना है कि जब तक ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त और अनुकरणीय कार्रवाई नहीं होती, तब तक मऊगंज में अफसरशाही और भ्रष्टाचार के ऐसे मामले सामने आते रहेंगे। किसानों ने जिला प्रशासन से इस बेलगाम पटवारी पर तत्काल एक्शन की मांग की है।