एमपी में दरिंदगी की हद! अवैध खनन रोकने पर दलित युवक के साथ हैवानियत, सरपंच के बेटे ने मुंह पर किया पेशाब Aajtak24 News

एमपी में दरिंदगी की हद! अवैध खनन रोकने पर दलित युवक के साथ हैवानियत, सरपंच के बेटे ने मुंह पर किया पेशाब Aajtak24 News 

कटनी -  मध्य प्रदेश के कटनी जिले से एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाली और जातिगत उत्पीड़न की एक घिनौनी वारदात सामने आई है। जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर बहोरीबंद थाना क्षेत्र के ग्राम मटवारा में, अवैध खनन का विरोध करने पर दबंगों ने एक दलित युवक के साथ न केवल बेरहमी से मारपीट की, बल्कि सरपंच के बेटे ने युवक के चेहरे पर पेशाब करने की अमानवीय घटना को अंजाम दिया। यह वारदात 13 अक्टूबर को हुई, जिसकी शिकायत पीड़ित ने तीन दिन बाद पुलिस से की।

किस बात की मिली यह शर्मनाक सजा?

पीड़ित राजकुमार चौधरी (मटवारा निवासी) को यह क्रूर सजा अवैध गतिविधियों का विरोध करने के कारण मिली।

  • विवाद की जड़: ग्राम पंचायत के सरपंच रामानुज पांडे द्वारा भूमि समतलीकरण के नाम पर मुरम डलवाने का काम करवाया जा रहा था। पीड़ित राजकुमार का आरोप है कि आरोपी पक्ष इस काम के लिए उसके खेत के पास अवैध रूप से खनन कर रहा था।

  • विरोध: राजकुमार चौधरी ने जब इस अवैध खनन का विरोध किया, तो दबंग भड़क गए और उन्होंने उसे सबक सिखाने की ठान ली।

सरपंच के बेटे ने पार की इंसानियत की हदें

पीड़ित राजकुमार चौधरी ने पुलिस के पास दर्ज कराई अपनी शिकायत और मीडिया से बातचीत में घटना की भयावहता बताई।

  • बर्बरता: राजकुमार के अनुसार, सरपंच रामानुज पांडे, उनके बेटे पवन पांडे, राम बिहारी पांडे और सतीश पांडे समेत अन्य साथियों ने मिलकर उसे पकड़ा और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा।

  • अमानवीय कृत्य: पिटाई के दौरान सरपंच के बेटे पवन पांडे ने युवक के मुंह पर पेशाब किया, जातिसूचक व माँ-बहन की गालियाँ दीं, और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी।

  • मां पर हमला: बीच-बचाव करने आई पीड़ित की मां को भी नहीं छोड़ा गया। आरोपियों ने उन्हें बाल पकड़कर घसीटा और मारपीट की।

पीड़ित सदमे में, मन में आ रहे आत्महत्या के विचार

इस अपमानजनक और क्रूर घटना से पीड़ित राजकुमार गहरे सदमे में है। मारपीट के कारण सिर और शरीर पर चोटें आने के बाद वह तीन दिन तक कटनी अस्पताल में भर्ती रहा। राजकुमार ने बताया कि उसे इतना अपमानित किया गया है कि अब उसे गांव जाने में भी शर्म आ रही है और उसके मन में आत्महत्या करने के विचार तक आ रहे हैं, लेकिन बच्चों के कारण उसे जीना पड़ेगा। न्याय की आस में, घायल युवक अपनी मां के साथ एसपी कार्यालय पहुँचकर न्याय की गुहार लगाई। आरोपियों ने उसे गांव में वापस न आने की धमकी भी दी है।

पुलिस ने SC-ST एक्ट में मामला किया दर्ज

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) संतोष डेहरिया ने घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए बताया कि पीड़ित राजकुमार चौधरी की शिकायत के आधार पर चारों आरोपियों— रामानुज पांडे, पवन पांडे, राम बिहारी पांडे और सतीश पांडे— के खिलाफ विभिन्न धाराओं के साथ SC-ST एक्ट (अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। एएसपी डेहरिया ने जानकारी दी कि सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं और उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पूरे मामले की गहनता से जाँच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।यह घटना एक बार फिर मध्य प्रदेश में सामाजिक समानता और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, विशेषकर तब जब साल 2023 में सीधी जिले में इसी तरह की पेशाब करने की घटना पूरे देश में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गई थी।

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