सिहोर में दर्दनाक हादसा: बुधनी की वर्धमान फैक्ट्री में भारी प्लेट गिरी, बिहार-यूपी के 2 मजदूरों की मौत Aajtak24 News

सिहोर में दर्दनाक हादसा: बुधनी की वर्धमान फैक्ट्री में भारी प्लेट गिरी, बिहार-यूपी के 2 मजदूरों की मौत Aajtak24 News

सीहोर - मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी क्षेत्र में स्थित पिलिकरार की वर्धमान फैब्रिक्स फैक्ट्री में गुरुवार दोपहर एक हृदय विदारक हादसा हो गया। फैक्ट्री परिसर में निर्माणाधीन बायोमास्क प्लांट के इंस्टॉलेशन के दौरान अचानक एक भारी लोहे की प्लेट ऊपर से गिर पड़ी, जिसकी चपेट में आकर तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। सिविल अस्पताल ले जाते समय दो मजदूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक मजदूर की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

लापरवाही बनी काल, उजड़े दो परिवार

हादसा उस समय हुआ जब एसएस इंजीनियरिंग वर्क्स (नागपुर, महाराष्ट्र) नामक ठेका कंपनी के मजदूर ऊंचाई पर बने शेड में लोहे की प्लेटें लगा रहे थे। इसी दौरान संतुलन बिगड़ने से प्लेट नीचे आ गिरी।

  • मृतक: मृतकों की पहचान कुंदन अंसारी (49 वर्ष, देवरिया, उत्तर प्रदेश) और संदेश कुमार (37 वर्ष, सीवान, बिहार) के रूप में हुई है।

  • घायल: गंभीर रूप से घायल मजदूर दिलनवाज़ (19 वर्ष, गोपालगंज, बिहार) का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है, जिसकी हालत चिंताजनक बताई गई है।

ये तीनों मजदूर अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उठाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर आए थे, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही ने दीपावली से ठीक पहले उनके घरों में मातम ला दिया है।

सुरक्षा नियमों की घोर अनदेखी

घटनास्थल पर मौजूद साथी मजदूरों और पुलिस की प्रारंभिक जांच ने सुरक्षा नियमों की घोर अनदेखी को उजागर किया है।

  • आरोप: मजदूरों ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि मौके पर सुरक्षा के कोई उपाय नहीं थे— न हेलमेट, न सेफ्टी बेल्ट, और न ही किसी योग्य इंजीनियर की निगरानी।

  • दबाव: मजदूरों पर काम जल्दी पूरा करने का भारी दबाव बनाया जा रहा था।

  • तकनीकी गलती: यह भी सामने आया है कि भारी लोहे की प्लेटों को उठाते समय तकनीकी उपकरणों का सही इस्तेमाल नहीं किया गया, जिसके कारण संतुलन बिगड़ा और प्लेटें गिर गईं।

एसडीओपी रवि शर्मा ने मीडिया को बताया कि ठेकेदार के अधीन कराए जा रहे इस काम में पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों का अभाव पाया गया है। बुधनी पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर मर्ग कायम कर लिया है और ठेकेदार व फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, फैक्ट्री प्रबंधन और ठेका कंपनी दोनों चुप्पी साधे हुए हैं और मीडिया से बात करने से इनकार कर रहे हैं। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर काम कराने वाले ठेकेदार और प्रबंधन पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई कब की जाएगी?




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