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| इंदौर में भयानक त्रासदी: कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल का दम घुटने से निधन, पत्नी और छोटी बेटी को बचाने के बाद खुद फंसे Aajtak24 News |
इंदौर - आस्था, आधुनिकता और दुर्भाग्य का एक ऐसा दर्दनाक मेल इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जिसने एक प्रतिष्ठित कारोबारी और कांग्रेस नेता के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। गुरुवार (आज) सुबह करीब 5 बजे, एक तीन मंजिला वाणिज्यिक-सह-आवासीय इमारत के पेंटहाउस (शीर्ष मंजिल पर बने घर) में आग लगने से, नर्मदा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रवेश अग्रवाल की दुखद मौत हो गई। उनकी 15 वर्षीय बड़ी बेटी सौम्या गंभीर रूप से झुलस गई है और बॉम्बे अस्पताल में भर्ती है।
हादसे का कारण: अखंड ज्योति, चूहे और डिजिटल लॉक
पुलिस और अग्निशमन विभाग की प्रारंभिक जांच में सामने आए तथ्य चौंकाने वाले हैं। टीआई तारेश सोनी के मुताबिक, आग की शुरुआत पेंटहाउस में बने मंदिर से हुई, जहाँ अखंड दीपक जल रहा था।
अखंड ज्योति और चूहे: बताया जा रहा है कि रात को चूहों ने दीपक की रूई को खींच लिया, जिससे जलती रूई ने आसपास रखे कपड़ों और सामान को आग पकड़ ली।
धुएं का जाल: अग्निशमन विभाग के एएसआई सुशील कुमार दुबे ने पुष्टि की कि पेंटहाउस में धुआं बाहर निकलने का पर्याप्त स्थान नहीं था, जिससे आग से ज्यादा खतरा जहरीले धुएं से पैदा हुआ।
हाई सिक्योरिटी बनी बाधा: हादसे का सबसे बड़ा कारण घर में लगे डिजिटल और फिंगर टच लॉक थे। धुएं के कारण ये लॉक नहीं खुल पाए, जिससे परिवार अंदर फंसा रहा और कमरे में धुआं भरता गया।
पिता का बलिदान: खुद को खतरे में डालकर परिवार को बचाया
आग लगने के दौरान घर में प्रवेश अग्रवाल, उनकी पत्नी श्वेता और दोनों बेटियां सौम्या (15) और मायरा (10) मौजूद थीं। कांग्रेस नेता अमित चौरसिया ने बताया कि जब आग लगी, तो प्रवेश अग्रवाल ने पहले अपनी पत्नी श्वेता और छोटी बेटी मायरा (10) को बाहर निकाला। गार्ड्स इन्हें सुरक्षित नीचे ले गए। इसके बाद, वह अपनी बड़ी बेटी सौम्या को बाहर निकालने के लिए वापस अंदर गए, लेकिन तब तक वह खुद घने धुएं की चपेट में आ चुके थे। उन्हें और उनकी बेटी सौम्या को बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। सीपीआर देने के बावजूद, प्रवेश अग्रवाल की दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई।
एक मेहनती कारोबारी और नेता का अवसान
प्रवेश अग्रवाल इंदौर में सौम्या महिंद्रा कार शोरूम के मालिक थे और देवास नाका, राजेंद्र नगर समेत खरगोन, बड़वानी, देवास आदि शहरों में हर साल नया शोरूम खोलकर कई लोगों को रोजगार देते थे। वह नर्मदा युवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और देवास से कांग्रेस की राजनीति में भी सक्रिय थे। प्रवेश अग्रवाल के निधन पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। यह दुखद घटना यह सीख देती है कि धार्मिक अनुष्ठानों और हाई सिक्योरिटी वाले आधुनिक घरों में भी वेंटिलेशन और आपातकालीन निकास की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। पुलिस अग्निकांड की विस्तृत जांच कर रही है।
