ग्राम पंचायत चमढिया में लगा वित्तीय साक्षरता और री-केवाईसी कैंप, सैकड़ों लोगों ने उठाया योजनाओं का लाभ Aajtak24 News

 ग्राम पंचायत चमढिया में लगा वित्तीय साक्षरता और री-केवाईसी कैंप, सैकड़ों लोगों ने उठाया योजनाओं का लाभ Aajtak24 News

रीवा/चमढिया - ग्राम पंचायत चमढिया में सोमवार को पंचायत सचिव अनुसुइया प्रसाद पटेल द्वारा वित्तीय साक्षरता सेचुरेशन एवं री-केवाईसी कैंप का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों को बैंकिंग योजनाओं के प्रति जागरूक करना और बंद पड़े खातों को फिर से सक्रिय करने के लिए मौके पर ही री-केवाईसी की सुविधा उपलब्ध कराना था।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि असिस्टेंट काउंसलर वित्तीय साक्षरता (आरोह फाउंडेशन) संतोष कुमार मिश्र रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत के सरपंच कुशल सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर यूनियन बैंक के बीसी ओंकार गौतम उपस्थित थे।

सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी

मुख्य अतिथि संतोष कुमार मिश्र ने उपस्थित हितग्राहियों को सरकार की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बैंक में खाता होने के महत्व, नॉमिनी जोड़ने की अनिवार्यता और खाता में मोबाइल नंबर दर्ज कराने के फायदों पर विस्तार से चर्चा की।

श्री मिश्र ने जन सुरक्षा अभियान के तहत प्रधानमंत्री की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर विशेष जोर दिया, जिनमें:

  • प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY): उन्होंने बताया कि 18 से 70 वर्ष के बीच के हर खाताधारक को मात्र ₹20 वार्षिक प्रीमियम पर ₹2 लाख का दुर्घटना बीमा मिलता है। दुर्घटना में पूर्ण अपंगता होने पर ₹1 लाख और मृत्यु होने पर नॉमिनी को ₹2 लाख बैंक के माध्यम से दिए जाते हैं, जो गरीब परिवार के लिए एक बड़ी आर्थिक मदद है।

  • प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)

  • अटल पेंशन योजना (APY)

उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि बैंक की सभी योजनाएं हितग्राहियों के लिए हैं और बैंक से जुड़कर बहुत सारे फायदे उठाए जा सकते हैं।

सिबिल स्कोर और आरबीआई का विशेष अभियान

मुख्य अतिथि ने बैंकिंग अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि यदि बैंक से लोन लिया गया है तो उसे निर्धारित समय पर अदा करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि सिबिल (CIBIL) रिपोर्ट खराब होने पर पूरे परिवार को भविष्य में बैंक से किसी भी तरह का लोन या सुविधा नहीं मिल पाती है, इसलिए लेनदेन अच्छा रखना चाहिए। शिविर में री-केवाईसी पर विशेष ध्यान दिया गया। आरबीआई के निर्देशानुसार 31 अक्टूबर तक गांव-गांव में डोर-टू-डोर री-केवाईसी कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसका कारण यह है कि कई लोगों के खाते खुलवाने के बाद 10 वर्षों तक लेनदेन न होने के कारण बंद पड़े हैं। यूनियन बैंक के बीसी ओंकार गौतम ने शिविर में उपस्थित रहकर, जिन लोगों की री-केवाईसी नहीं हुई थी, उनकी प्रक्रिया तत्काल वहीं पर निशुल्क पूरी करवाई।

सरपंच और सचिव ने जताया आभार

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्राम पंचायत के सरपंच कुशल सिंह ने शिविर के सफल आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, "हमारे ग्राम पंचायत का सौभाग्य है कि इतना सुंदर आयोजन हुआ। सैकड़ों लोगों ने अपनी री-केवाईसी करवाई, जिससे हमारे हितग्राहियों का बहुत भला होगा। इसके लिए हम आरबीआई के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। शिविर को सफल बनाने में ग्राम पंचायत के सचिव अनुसुइया प्रसाद पटेल, रोजगार सहायक शिलेंद्र गौतम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और गांव के वरिष्ठ नागरिक महेंद्र प्रताप सिंह सहित सैकड़ों हितग्राहियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम के अंत में, ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक शिलेंद्र कुमार गौतम ने उपस्थित सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों और ग्राम पंचायत की जनता का हृदय से आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि जितना अधिक लोग जागरूक रहेंगे, उतना ही सरकार की योजनाओं का लाभ ले पाएंगे।


Post a Comment

Previous Post Next Post