सीएम मोहन यादव का भाई दूज पर 'ऐतिहासिक' तोहफा: लाड़ली बहनों को अब हर माह ₹1500, साथ में ₹250 का शगुन! Aajtak24 News

सीएम मोहन यादव का भाई दूज पर 'ऐतिहासिक' तोहफा: लाड़ली बहनों को अब हर माह ₹1500, साथ में ₹250 का शगुन! Aajtak24 News 

भोपाल - मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाई दूज के पावन पर्व को प्रदेश की 1 करोड़ 26 लाख लाड़ली बहनों के लिए एक ऐतिहासिक दिवस बना दिया। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित 'भाई दूज पर्व' कार्यक्रम में उमड़ी बहनों की भीड़ ने अपने 'लाड़ले सीएम भैया' का न केवल आत्मीय स्वागत किया, बल्कि बदले में मुख्यमंत्री ने उन्हें ₹1,500 की बढ़ी हुई मासिक राशि और ₹250 का शगुन देकर उन्हें सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उपहार दिया।

मुख्यमंत्री निवास बना लाड़ली बहनों का मायका

गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास का नजारा बेहद भावुक और उत्साही था। निमाड़ी लोक संगीत की शानदार प्रस्तुतियों के बीच, बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का तिलक किया और उनकी दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भी बहनों को उपहार भेंट किए। मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा, "आज बड़े सौभाग्य का दिन है। प्रदेश का मुख्यमंत्री निवास बहनों का घर बना है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे लाड़ली बहनों के रूप में 1 करोड़ 26 लाख बहनें मिली हैं।" उन्होंने कहा कि बहनों का हृदय विशाल होता है, वे शादी के बाद नए घर में जाकर नए माता-पिता के साथ रहती हैं, और सनातन संस्कृति में उन्हें जगदंबा और लक्ष्मी का रूप कहा जाता है। उन्होंने जोर दिया कि बहनें सदैव चट्टान की तरह परेशानी के समय परिवार के साथ खड़ी रहती हैं।

मासिक राशि में वृद्धि: अब हर माह मिलेंगे ₹1500

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर लाड़ली बहना योजना की राशि को लेकर बड़ी घोषणा की, जिसने बहनों के चेहरों पर खुशी ला दी। उन्होंने ऐलान किया कि:

  1. मासिक राशि में वृद्धि: प्रदेश की सभी लाड़ली बहनों को अब से हर महीने ₹1,500 की राशि मिलेगी। उन्होंने स्पष्ट किया, "बहनों के लिए सरकार के खजाने में कोई कमी नहीं है।"

  2. भाई दूज का शगुन: मुख्यमंत्री ने भाई दूज के अवसर पर बहनों को संबल प्रदान करते हुए ₹250 की राशि अतिरिक्त सहायता (शगुन) के रूप में तुरंत उनके खातों में भेजने की घोषणा की।

पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संकल्प लिया है कि अब प्रदेश की बहनें मजबूरी नहीं, मजबूती का जीवन जिएंगी, और मुख्यमंत्री निवास वास्तव में लाड़ली बहनों का मायका बन गया है।

कांग्रेस पर सीएम का 'लकवा' वाला विस्फोटक हमला

एक ओर जहाँ मुख्यमंत्री ने बहनों को सम्मान दिया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने कांग्रेस पर तीखा राजनीतिक हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस बहनों की समृद्धि और आर्थिक सशक्तिकरण को पचा नहीं पा रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कांग्रेस के उस आपत्तिजनक बयान का कड़ा विरोध किया, जिसमें कहा गया था कि 'बहनों को पैसे दो तो वे दारू पी जाती हैं'। इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा: "यह किसी भारतीय की भावना नहीं हो सकती है। भगवान करे उनकी जुबान को लकवा मार जाए। कांग्रेसी ध्यान रखें कि परमात्मा सब का हिसाब करता है।"

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में भाजपा शासित राज्यों में बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है, और मुख्यमंत्री निवास बहनों के लिए सदैव खुला रहेगा।

स्वावलंबन और उद्यमिता को प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि लाड़ली बहना योजना के तहत अब तक 29 किस्तों में ₹45 हजार करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि बहनों को वितरित की जा चुकी है। उन्होंने इस राशि को केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि 'समृद्धि का मार्ग' बताया और स्वावलंबन के लिए कई नई योजनाओं का जिक्र किया:

  • रोजगार प्रोत्साहन: प्रदेश सरकार ने रोजगार परक नीति के तहत बहनों को उद्योग में काम करने पर ₹5,000 की राशि अतिरिक्त सहायता के रूप में देने का निर्णय लिया है।

  • उद्यमिता में छूट: जो बहनें अपना उद्योग स्थापित करेंगी, उन्हें सरकार द्वारा 2% की छूट अलग से दी जाएगी। इसके साथ ही, बहनों को रजिस्ट्री में भी छूट दी जा रही है ताकि वे अपनी संपत्ति स्थापित कर सकें।

महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की तत्परता से ग्रामीण इलाकों की बहनें स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर रही हैं और बच्चों की स्कूल फीस भर रही हैं। कार्यक्रम में पिंकी जैन, संगीता और रोहिणी जैसी लाड़ली बहनों ने अपनी सफलता की कहानियाँ साझा करते हुए बताया कि कैसे योजना की राशि से उन्हें उद्योग स्थापित करने में मदद मिली है।

चुनावी दृष्टिकोण और सांस्कृतिक महत्व

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भाई दूज के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व यमराज से जुड़ी एक कहानी से शुरू होता है और इसका महत्व रक्षाबंधन के बराबर है। उन्होंने महिला शक्ति का आह्वान करते हुए रानी दुर्गावती, रानी लक्ष्मीबाई, रानी लक्ष्मी बाई और रानी अवंतिका भाई जैसी वीरांगनाओं का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने अंत में यह भी दावा किया कि बहनों का यह बढ़ता संबल उन्हें चुनावी ताकत भी देगा: "प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी बहनों की ताकत साल 2029 में और बढ़ेगी।यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की न केवल लाड़ली बहनों के प्रति व्यक्तिगत प्रतिबद्धता, बल्कि उनकी सरकार की महिला सशक्तिकरण की व्यापक आर्थिक और राजनीतिक रणनीति का एक स्पष्ट प्रदर्शन था।


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