लापता रिश्तेदार की शिकायत करने पर पुलिस ने की ज्यादती, हालत बिगड़ने पर फरियादी को चुपके से अस्पताल भेजा Aajtak24 News

लापता रिश्तेदार की शिकायत करने पर पुलिस ने की ज्यादती, हालत बिगड़ने पर फरियादी को चुपके से अस्पताल भेजा Aajtak24 News

मऊगंज - मऊगंज थाना पुलिस की मनमानी और अमानवीय कार्रवाई का एक और गंभीर मामला सामने आया है। यहां एक फरियादी मनोज साकेत को पुलिस की कार्यशैली की शिकायत करना इतना महंगा पड़ा कि पुलिस ने उसे घर से उठाकर थाने में ले जाकर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। जानकारी के अनुसार, मऊगंज थाना क्षेत्र के पन्नी गांव निवासी मनोज साकेत 15 अक्टूबर की शाम अपने रिश्तेदार विकास साकेत के साथ स्कूल के पास अंडा खाने गए थे, जहां गांव के दो अन्य युवकों से उनका झगड़ा हो गया था। इस झगड़े में मनोज घायल हो गया, जबकि उसका रिश्तेदार विकास साकेत तब से लापता है।

एसपी कार्यालय तक पहुंची शिकायत: लापता विकास साकेत की रिपोर्ट दर्ज कराने परिजन जब मऊगंज थाने पहुंचे, तो पुलिस ने दो दिन तक टालमटोल की और अंत में केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। इससे नाराज होकर परिजन और ग्रामीण 18 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और मऊगंज पुलिस पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।

शिकायत का अमानवीय बदला: परिजनों की यही शिकायत मनोज साकेत को भारी पड़ गई। शिकायत के कुछ ही घंटे बाद, उसी रात करीब 12 बजे, दो वाहनों में सवार आधा दर्जन पुलिसकर्मी उसके घर पहुँचे। मनोज को नींद से उठाकर थाने लाया गया, जहाँ उसे महिला ऊर्जा डेस्क के कमरे में रस्सी से हाथ-पैर बांधकर घंटों तक बेरहमी से पीटा गया। जब मनोज साकेत की हालत नाजुक हो गई, तब पुलिस ने आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाकर उपचार कराया और अगले दिन देर रात 10 बजे घर छोड़ दिया।

मामला उजागर होने पर पुलिस का एक्शन: मामला जब मीडिया और वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया, तो मऊगंज थाना पुलिस ने लीपापोती करते हुए त्वरित कार्रवाई का दिखावा किया। पुलिस ने तत्काल डायल 112 के दो चालक अमित पटेल और आसुलेश श्रीवास्तव के खिलाफ बीएनएस की धारा 396, 115, 3(5) के तहत मामला दर्ज किया। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पुलिस अब भी मामले को दबाने में जुटी है और घायल मनोज साकेत को दो दिन से पुलिस के साथ घुमाया जा रहा है, ताकि उसके घावों को छिपाया जा सके। परिजनों ने पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, घटना का मूल कारण बना लापता विकास साकेत का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।




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