![]() |
धनतेरस की पावन शाम को इन 5 चमत्कारी मंत्रों का करें जाप, मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा से पूरे साल होगी धन-वर्षा Aajtak24 News |
दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस (कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी) से होती है, जिसे धन, समृद्धि और आरोग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। शास्त्रों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि धनतेरस की पवित्र शाम को यदि विधि-विधान से धन के देवता कुबेर और मां लक्ष्मी के विशिष्ट मंत्रों का जाप किया जाए, तो घर में न केवल धन-धान्य का आगमन होता है, बल्कि देवी लक्ष्मी का स्थायी वास भी होता है।
धनतेरस पूजा की तैयारी और कुबेर देव का आह्वान:
धनतेरस की शाम सूर्यास्त के बाद ही पूजा का समय शुरू होता है। सबसे पहले स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें। घर की शुद्धि के लिए गंगाजल छिड़कें और मुख्य द्वार पर 13 दीपक जलाएँ। कुबेर देव की मूर्ति या चित्र स्थापित कर पूजा प्रारंभ करें।
भगवान कुबेर के शक्तिशाली मंत्र (आर्थिक स्थिरता और वृद्धि के लिए):
कुबेर देव धन के स्वामी हैं। विष्णु पुराण के अनुसार, उनके ये मंत्र आर्थिक बाधाओं का नाश करते हैं। इन मंत्रों में से किसी एक का 21 बार जाप करें और जाप के समय तिजोरी पर चांदी का सिक्का रखें:
अमोघ कुबेर मंत्र:
**’ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये, धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।’**धन प्राप्ति मंत्र:
**"ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः।"**अष्ट-लक्ष्मी कुबेर मंत्र:
**"ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः।"**
देवी महालक्ष्मी के चमत्कारी मंत्र (स्थायी सुख-समृद्धि के लिए):
कुबेर पूजा के बाद मां लक्ष्मी की पूजा शुरू करें। लक्ष्मी तंत्र और श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार, इन मंत्रों का जाप धन-वर्षा का आह्वान करता है। कमल गट्टे की माला से 108 बार जाप करें:
महा लक्ष्मी महामंत्र:
**’ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।’**सिद्ध लक्ष्मी मंत्र:
**"ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।"**
जाप करने की सही विधि और धार्मिक फल:
दिशा: मंत्र जाप के समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख रखें।
स्थान: अपने कारोबार या घर के मुख्य पूजा स्थान पर बैठकर जाप करना शुभ माना जाता है, जिससे व्यापार में तरक्की और मुनाफा बढ़ता है।
अर्पण: पूजा में घी का दीपक, लाल फूल, कमल गट्टा और मिष्टान्न अर्पित करें।
फल: शास्त्रों के अनुसार, कुबेर और लक्ष्मी मंत्रों का संयुक्त जाप वर्ष भर धन-धान्य की वृद्धि करता है, नकारात्मक ग्रह दोष नष्ट करता है और पारिवारिक सुख बढ़ाता है। जाप पूर्ण होने पर तिजोरी में लक्ष्मी-गणेश यंत्र और लौंग का जोड़ा अर्पित करें।