3 करोड़ की डील' ने डुबोई वर्दी! SDOP समेत 10 पुलिसकर्मी डकैती के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस के ऑडियो ने खोली 'बंदरबांट' की पोल Aajtak24 News

3 करोड़ की डील' ने डुबोई वर्दी! SDOP समेत 10 पुलिसकर्मी डकैती के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस के ऑडियो ने खोली 'बंदरबांट' की पोल Aajtak24 News

सिवनी - मध्य प्रदेश पुलिस के सिवनी जिले में लगभग 3 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार की रकम हड़पने की कोशिश के सनसनीखेज मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। इस पूरे प्रकरण में पुलिस अधिकारियों और हवाला कारोबारियों के बीच की बातचीत का एक चौंकाने वाला ऑडियो सामने आया है, जिसके सामने आने के बाद 'बंदरबांट' की आशंका को बल मिला है। आरोप है कि वरिष्ठ अधिकारी रकम का बड़ा हिस्सा छिपाकर केवल 1.45 करोड़ रुपये दिखाने के लिए दबाव बना रहे थे। इस शर्मनाक घटना के बाद, लखनवाड़ा थाना पुलिस ने एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम समेत 11 पुलिसकर्मियों पर डकैती, अपहरण और आपराधिक षडयंत्र जैसी संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी है।

8 अक्टूबर की रात, वर्दी का दुरुपयोग

  • घटना का विवरण: यह मामला 8-9 अक्टूबर की रात जिला मुख्यालय से 7 किमी दूर सीलादेही हाईवे पर चेकिंग के दौरान शुरू हुआ। पुलिसकर्मियों ने एक कार को रोका, जिसमें 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये की हवाला रकम पाई गई। यह रकम सतना/कटनी से नागपुर भेजी जा रही थी।

  • गंभीर आरोप: फरियादी (जालना निवासी शेख मुख्तार और इरफान पठान) की शिकायत के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने रकम को जब्त करने के बजाय, वर्दी का दुरुपयोग करते हुए यात्रियों से मारपीट की और रकम का बड़ा हिस्सा जबरन अपने पास रख लिया।

  • रफा-दफा करने की कोशिश: आरोप है कि 9 अक्टूबर की दोपहर तक एसडीओपी कार्यालय में इस प्रकरण को रफा-दफा करने की कोशिश होती रही। वरिष्ठ अधिकारियों तक बात पहुँचने के बाद ही कार्रवाई शुरू हो पाई।

त्वरित कार्रवाई और 10 आरोपी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मामले में पुलिस विभाग ने त्वरित और कठोर कार्रवाई की है। छिंदवाड़ा रेंज डीआईजी राकेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि एफआईआर दर्ज होने के बाद विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 11 में से 10 आरोपी पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया है।

गिरफ्तार आरोपितों में शामिल हैं:

आरोपी का नामपद
पूजा पांडेएसडीओपी
अर्पित भैरमएसआई
माखन इनवातीप्रधान आरक्षक
योगेंद्र चौरसियाआरक्षक
नीरज राजपूतआरक्षक
जगदीश यादवआरक्षक
केदार बघेलगनमैन
सुभाष सदाफलआरक्षक

एफआईआर की संगीन धाराएं

निलंबित पुलिसकर्मियों पर भारतीय न्याय संहिता की निम्नलिखित गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है:

  • डकैती (धारा 310(2))

  • अपहरण (धारा 140(3))

  • गलत तरीके से रोकना (धारा 126(2))

  • आपराधिक षडयंत्र (धारा 61(2))

इस मामले की जांच जबलपुर क्राइम ब्रांच एएसपी जितेन्द्र सिंह और उनकी टीम कर रही है। प्रारंभिक जांच जबलपुर नगर एएसपी आयुष गुप्ता ने की थी।

हवाला नेटवर्क और बरामदगी

डीआईजी ने बताया कि इस प्रकरण में अब तक हवाला की रकम का बड़ा हिस्सा बरामद किया जा चुका है:

  • पुलिसकर्मियों से जब्त: 1.45 करोड़ रुपये

  • नागपुर से जब्त: 1.25 करोड़ रुपये (दो अन्य आरोपितों आकाश जैन और अमन गुरनानी को गिरफ्तार किया गया)

  • अन्य आरोपित: इस मामले में बर्तन व्यापारी सोहनलाल परमार और उसके कर्मचारियों शेख मुख्तार व इरफान पठान समेत पांच गैर-पुलिस आरोपितों पर भी केस दर्ज हुआ है।

  • जांच का दायरा: बरामद कुल 2.70 करोड़ रुपये हो चुके हैं, शेष रकम की बरामदगी क्राइम ब्रांच कर रही है। आयकर विभाग को भी जांच सौंपी गई है, क्योंकि यह राशि व्यापारिक लेन-देन से जुड़ी टैक्स चोरी की हो सकती है। शुरुआती जांच में मिंटू नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो इस हवाला नेटवर्क से जुड़ा है।

हाईकोर्ट जबलपुर के अधिवक्ता आशीष त्रिवेदी ने इस एफआईआर को जल्दबाजी में की गई कार्रवाई बताया है, लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई जारी है ताकि पुलिस विभाग की छवि को सुधारा जा सके।

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