शरद पूर्णिमा 2025: राशि अनुसार इन चीजों का करें दान, घर आएंगी माँ लक्ष्मी और दूर होंगे चंद्र दोष! Aajtak24 News

शरद पूर्णिमा 2025: राशि अनुसार इन चीजों का करें दान, घर आएंगी माँ लक्ष्मी और दूर होंगे चंद्र दोष! Aajtak24 News

नई दिल्ली - हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का दिन अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि यह वह एकमात्र दिन है जब चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है और इसकी किरणें अमृत वर्षा करती हैं। इस वर्ष, शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी। इस पावन तिथि पर माँ लक्ष्मी और चंद्र देव का पूजन विशेष फलदायी होता है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, इस दिन राशि के अनुसार दान करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है और जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। शरद पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन किया गया दान अक्षय फल देता है। 

अपनी राशि के अनुसार जानें, आपको किन चीज़ों का दान करना चाहिए ताकि आपके घर में धन और वैभव का आगमन हो:

मेष से मीन तक, राशि अनुसार करें यह दान

क्रमांकराशिदान की वस्तुएँ और उपायलाभ/मान्यता
1.मेष  दूध और चावल का दान करें। शिवलिंग का अभिषेक दूध व शहद से करें।यह दान चंद्र और मंगल की स्थिति को मजबूत करता है, जिससे मन शांत और आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
2.वृषभ  खीर बनाकर गरीबों में दान करें। चांदी का दान भी शुभ है।यह शुक्र और चंद्र को बल देता है, जिससे भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है और दांपत्य जीवन मधुर बनता है।
3.मिथुन  हरी मूंग की दाल और हरे रंग के वस्त्रों का दान करें। तुलसी पूजन करें।बुध और चंद्रमा की अनुकूलता से बुद्धि, वाणी और व्यापार में सफलता मिलती है।
4.कर्क  गौशाला में चारा का दान उत्तम है। शाम को चंद्रमा को दूध मिले जल से अर्घ्य दें।कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है, इसलिए यह दान चंद्र दोष को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है और माँ लक्ष्मी की कृपा दिलाता है।
5.सिंह गरीब या जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और भोजन का दान करें।यह दान सूर्य के साथ चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करता है, जिससे समाज में मान-सम्मान और सरकारी कार्यों में सफलता मिलती है।
6.कन्या  मूंग दाल और हरे रंग के वस्त्रों का दान करें। माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तुलसी के पत्तों का दान भी कर सकते हैं।बुध को प्रसन्न करने से अटके हुए कार्य पूरे होते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
7.तुला  दही और सफेद वस्त्रों का दान करें। इस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।तुला का स्वामी शुक्र है। यह दान सौंदर्य, प्रेम और धन-संपदा में वृद्धि करता है।
8.वृश्चिक   शिवलिंग पर शहद, दूध व जल से अभिषेक करें और "ओम नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।यह उपाय चंद्र दोष से मुक्ति दिलाता है और जीवन के कष्टों को दूर करता है।
9.धनु  पीले रंग के वस्त्र और केसर से बनी खीर का दान करें।बृहस्पति (गुरु) को प्रसन्न करने से ज्ञान, भाग्य और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
10.मकर  शिव पूजन करें। पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और चंद्र मंत्रों का जाप करें।शनि और चंद्रमा के शुभ प्रभाव से करियर में स्थिरता आती है और कष्टों का निवारण होता है।
11.कुंभ  खीर का दान करें। कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत करने के लिए पानी में सफेद चंदन मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।यह दान शनि के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में सहायक है और धन लाभ कराता है।
12.मीन  दूध या दूध से बनी मिठाई और चांदी का दान करें।गुरु और चंद्र की कृपा से आध्यात्मिक उन्नति होती है, और धन-धान्य की कमी दूर होती है।

शरद पूर्णिमा की रात को एक विशेष परंपरा के तहत चाँद की रोशनी में खीर बनाकर रखी जाती है। माना जाता है कि इस दौरान चंद्रमा की किरणें खीर में पड़कर उसे अमृत के समान गुणकारी बना देती हैं। अगले दिन इस खीर का सेवन करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है और रोग-दोष दूर होते हैं। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिष और पंचांग पर आधारित है। कृपया अपनी श्रद्धा और विश्वास के अनुसार इन उपायों को अपनाएं। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ या पुरोहित से सलाह लेना उचित है।

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