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शादीशुदा शख्स ने युवती को दिया झांसा, रेप के आरोपी को अमहिया पुलिस ने 2 घंटे में किया गिरफ्तार Aajtak24 News |
रीवा - रीवा जिले की अमहिया पुलिस ने शादी का झांसा देकर एक युवती से दुष्कर्म करने के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को मात्र दो घंटे के भीतर गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, और सीएसपी रितु उपाध्याय के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल की टीम को यह सफलता मिली।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित युवती ने थाना अमहिया पहुँचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पहचान वर्ष 2025 में रूपेश कुमार कुशवाहा (निवासी ग्राम डिहिया, नईगढ़ी) से हुई थी। जल्द ही उनकी फोन कॉल और सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप) पर बातें होने लगीं और वे एक-दूसरे को पसंद करने लगे। आरोपी रूपेश कुशवाहा ने युवती से शादी करने का लगातार वादा किया था और यहाँ तक कि उसके घर आकर युवती की माँ से भी शादी की बात की थी, जिस पर युवती की माँ भी राजी हो गई थीं।
दुष्कर्म की वारदात: युवती ने बताया कि इस शादी के झांसे में आकर, आरोपी रूपेश कुमार कुशवाहा ने पहली बार 09 अगस्त 2025 को नाइट ड्यूटी के बाद सुबह उसे अस्पताल के बाहर से अपने दोस्त के किराए के कमरे में ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए।
इसके बाद, आरोपी ने 16 अगस्त 2025 और 02 अक्टूबर 2025 को भी इसी तरह शादी का झांसा देकर युवती के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए।
वादा तोड़कर किया ब्लॉक
युवती के अनुसार, लगातार संबंध बनाने के बाद रूपेश कुशवाहा ने अचानक उससे बात करना बंद कर दिया। जब युवती ने उससे शादी के बारे में पूछा, तो आरोपी ने साफ कह दिया कि "अब मैं तुमसे शादी नहीं करूँगा, तुमको जो करना है कर लो" और युवती को हर जगह से ब्लॉक कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने अपनी माँ को सारी बात बताई और थाना पहुँचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
त्वरित कार्रवाई
पीड़िता के आवेदन पर त्वरित संज्ञान लेते हुए, अमहिया पुलिस ने आरोपी रूपेश कुशवाहा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 69 के तहत अपराध दर्ज किया। थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तत्काल दबिश दी और मात्र 2 घंटे के भीतर आरोपी रूपेश कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। मामले की विवेचना जारी है। आरोपी की गिरफ्तारी में उप निरीक्षक शिवा अग्रवाल, उप निरी. आर एन बागरी, मप्रआर शबाना बेगम, मआर साधना शुक्ला, आर विवेक सिंह, आर विकास तिवारी, आर कौशलेंद्र सिंह, और विकास तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।