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| बढ़ती चोरी की वारदातों से क्षेत्र में भय: पुलिस को खुली चुनौती दे रहे चोर Aajtak24 News |
रीवा/मध्य प्रदेश - क्षेत्र में आए दिन हो रही चोरी की नई-नई घटनाओं ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अपनी मेहनत की कमाई को लेकर चिंतित हैं, जो चोर एक ही रात में साफ कर देते हैं। इस तरह की वारदातें पुलिस की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। पीड़ित परिवार सुबह अपनी चोरी हुई संपत्ति के लिए माथा पीटता रह जाता है और फिर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद कुछ दिनों तक दौड़-धूप करके शांत बैठ जाता है।
चोरी के मुख्य कारण: नशा और गिरोह की सक्रियता
इन चोरी और लूटपाट की घटनाओं के पीछे दो मुख्य कारण सामने आ रहे हैं:
सक्रिय गिरोह: क्षेत्र में कुछ स्थानीय और बाहरी गिरोह सक्रिय हैं जो चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ये गिरोह सुनियोजित तरीके से घटनाओं को अंजाम देते हैं, जिससे पुलिस के लिए उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है।
नशे की लत: चोरी और लूटपाट का सबसे बड़ा कारण युवाओं में बढ़ती नशे की लत है। अपनी नशे की पूर्ति के लिए ये लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, जिससे चोरी जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
पुलिस बल की कमी भी एक बड़ी समस्या
ग्रामीण इलाकों के थानों में पुलिस बल की भारी कमी भी इस समस्या को बढ़ा रही है। जहाँ एक ओर गाँव और घरों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस बल की संख्या कई सालों से स्वीकृत पद के अनुसार ही है। हर पाँच साल में युवाओं की संख्या बढ़ रही है, लेकिन गाँव में बेरोजगारी और आवारागर्दी भी निरंतर बढ़ रही है, जिससे अपराधों में वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अभाव भी एक प्रमुख कारण है जो युवाओं को अपराध की दुनिया में धकेल रहा है। अब देखना यह होगा कि इस चोरी की घटना के बाद, थाना और जिले की पुलिस व्यवस्था किस तरह से चुस्त-दुरुस्त होती है और क्या वह इन बेखौफ चोरों पर नकेल कस पाती है।
