एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान में बड़ा हादसा टला: टॉयलेट समझकर यात्रियों ने खोला कॉकपिट का गेट, 9 हिरासत में Aajtak24 News

एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान में बड़ा हादसा टला: टॉयलेट समझकर यात्रियों ने खोला कॉकपिट का गेट, 9 हिरासत में Aajtak24 News

वाराणसी - बेंगलुरु से वाराणसी आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान में उस वक्त हड़कंप मच गया जब दो यात्रियों ने शौचालय समझकर विमान के कॉकपिट का गेट खोलने की कोशिश की। इस घटना से पायलट को हाइजैक की आशंका हुई, जिसके बाद पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया और वाराणसी में विमान की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। इस मामले में पुलिस ने कुल नौ लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। सोमवार की सुबह, एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान (IX 1086) बेंगलुरु से अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरकर वाराणसी आ रहा था। उड़ान के दौरान, दो यात्री अपनी सीट से उठे और कॉकपिट के पास लगे दरवाज़े को खोलने का प्रयास करने लगे। यह दरवाज़ा एक पासवर्ड पैनल से खुलता है। चौंकाने वाली बात यह थी कि इन यात्रियों ने गेट खोलने के लिए सही पासकोड भी डाल दिया था।

कॉकपिट में पासकोड डाले जाने की जानकारी तुरंत पायलट के पास एक अलार्म के रूप में पहुंची। पायलट ने तत्काल सीसीटीवी में देखा और दो यात्रियों को दरवाज़े के पास खड़ा पाया। विमान के अपहरण की आशंका से पायलट सचेत हो गया और उसने तुरंत कॉकपिट का गेट नहीं खोला। पायलट ने तत्परता दिखाते हुए इसकी जानकारी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को दी। एटीसी ने तुरंत सुरक्षा एजेंसियों, खासकर सीआरपीएफ को अलर्ट किया। विमान का निर्धारित समय 10:45 बजे वाराणसी में उतरने का था, लेकिन इस घटना के बाद पायलट ने 10:22 बजे ही विमान को सुरक्षित रूप से उतार लिया। जैसे ही विमान वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, सीआरपीएफ के जवानों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया। जवानों ने तुरंत कॉकपिट का गेट खोलने की कोशिश करने वाले दोनों यात्रियों और उनके साथ यात्रा कर रहे कुल नौ लोगों को हिरासत में ले लिया।

बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए सभी यात्री एक ही समूह से थे। फिलहाल, उन्हें बाबतपुर पुलिस चौकी ले जाया गया है, जहाँ वाराणसी पुलिस और खुफिया एजेंसियां उनसे गहन पूछताछ कर रही हैं। वाराणसी के डीसीपी वरुणा ज़ोन आकाश पटेल भी पकड़े गए यात्रियों से पूछताछ के लिए पहुंचे हैं। यह घटना विमान सुरक्षा पर कई सवाल खड़े करती है। यात्रियों ने जिस तरह से कॉकपिट का सही पासकोड डाल दिया, वह एक बड़ी सुरक्षा चूक मानी जा रही है। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि पायलटों को इस तरह की अप्रत्याशित स्थितियों से निपटने के लिए कितना प्रशिक्षित किया जाता है। फिलहाल, अधिकारियों की जांच जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह एक साधारण गलती थी या इसके पीछे कोई और मकसद था। विमान में सवार सभी 163 यात्रियों ने सुरक्षित लैंडिंग के बाद राहत की सांस ली। यह घटना एक महत्वपूर्ण सबक है कि यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना आवश्यक है।

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