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दिल्ली: दिल दहलाने वाली घटना! 15 वर्षीय छात्र को चाकू मारकर घायल किया, सीने में धंसे चाकू के साथ पहुंचा थाने Aajtak24 News |
नई दिल्ली - राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपराध और हिंसा की एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ स्कूल के बाहर एक 15 वर्षीय छात्र को बेरहमी से चाकू मार दिया गया। यह छात्र अपने सीने में धंसे चाकू के साथ ही पहाड़गंज थाने पहुँचा, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इस मामले में पुलिस ने तीन नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 4 सितंबर की है, जब पहाड़गंज इलाके में एक 15 साल का छात्र अपनी छाती में फंसा चाकू लेकर थाने पहुँचा। पुलिस ने तुरंत उसे पास के कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ से उसे आरएमएल अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों की टीम ने एक जटिल सर्जरी के बाद छात्र के सीने से चाकू सफलतापूर्वक निकाला। छात्र की हालत फिलहाल स्थिर है और वह खतरे से बाहर है।
क्यों हुआ यह हमला?
पुलिस के अनुसार, इस हमले की वजह पुरानी रंजिश है। शुरुआती जाँच में पता चला है कि लगभग 10-15 दिन पहले, आरोपी नाबालिगों में से एक की पिटाई हुई थी। उसे शक था कि पीड़ित छात्र ने ही दूसरे लड़कों को उसे पीटने के लिए उकसाया था। इसी का बदला लेने के लिए आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पीड़ित छात्र पर हमला करने की योजना बनाई। डीसीपी (सेंट्रल) निधिन वलसन ने बताया कि हमलावर लड़कों ने पीड़ित को उसके स्कूल के गेट के पास रोका और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों में से एक ने पहले पीड़ित को बीयर की टूटी हुई बोतल से डराया, और फिर उसके एक साथी ने उसे पकड़ा, जबकि मुख्य आरोपी ने चाकू से उसके सीने पर वार कर दिया।
पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई
पुलिस ने घायल छात्र का बयान दर्ज करने के बाद तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। स्थानीय खुफिया जानकारी और त्वरित छापेमारी की मदद से, पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के कुछ ही घंटों के भीतर तीनों नाबालिगों को आराम बाग इलाके से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किया गया चाकू और टूटी हुई बीयर की बोतल भी बरामद कर ली है। पकड़े गए तीनों नाबालिगों की उम्र 15 और 16 साल है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और इस घटना के पीछे के अन्य पहलुओं की भी जाँच कर रही है। यह घटना एक बार फिर किशोरों में बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को दर्शाती है, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।