![]() |
मऊगंज कलेक्टर का बड़ा एक्शन — हनुमना पटवारी किरण मिश्रा जांच के घेरे में me Aajtak24 News |
मऊगंज - जिले में प्रशासनिक जवाबदेही और पारदर्शिता को लेकर मऊगंज कलेक्टर ने एक बड़ा और निर्णायक कदम उठाया है। हनुमना तहसील की पटवारी किरण मिश्रा पर लंबे समय से लग रहे गंभीर आरोपों के बाद, कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार हनुमना को तत्काल जांच दल गठित करने और मामले की गहनता से जांच करने के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई से जिले के पूरे राजस्व अमले में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के मुताबिक, पटवारी किरण मिश्रा के विरुद्ध पिछले कई महीनों से अनगिनत शिकायतें आ रही थीं। ग्रामीणों और किसानों का आरोप था कि उनकी कार्यशैली बेहद मनमानी है, जिससे आम लोगों को राजस्व संबंधी कार्यों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से, राजस्व कार्यों में जानबूझकर की जाने वाली देरी, भूमि के रिकॉर्ड संधारण में कथित गड़बड़ियां और किसानों को समय पर आवश्यक प्रमाण-पत्र जारी न करना जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं, जिसने किसानों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया था।
कलेक्टर का सीधा संदेश: "बख्शा नहीं जाएगा"
लगातार मिल रही शिकायतों और आमजन की आवाज को ध्यान में रखते हुए, कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “प्रशासन जनता के हितों से किसी भी हाल में समझौता नहीं करेगा। यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। कलेक्टर के इस सख्त रुख को जिलेभर में एक महत्वपूर्ण संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। यह कार्रवाई न केवल एक अधिकारी के खिलाफ है, बल्कि यह पूरे सरकारी तंत्र को एक चेतावनी भी है कि जनता की शिकायतों को अब हल्के में नहीं लिया जा सकता। इस कदम से जहाँ एक ओर राजस्व विभाग के कर्मचारियों में खलबली मच गई है, वहीं स्थानीय नागरिक इसे आमजन की आवाज की जीत के रूप में देख रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद यदि पटवारी किरण मिश्रा पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो उन पर कठोर विभागीय कार्रवाई होना तय मानी जा रही है। प्रशासनिक जानकारों का मानना है कि यह कार्रवाई अन्य अधिकारियों के लिए भी एक नजीर पेश करेगी, जिससे भविष्य में सरकारी कार्यों में लापरवाही कम हो सकेगी और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार आएगा।