कैसे हुआ खुलासा?
ड्रग्स तस्करी के मुख्य आरोपी यासीन अहमद और उसके साथियों से पूछताछ के बाद इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ। पूछताछ के दौरान ही इन दोनों विदेशी तस्करों के नाम सामने आए, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
नाइजीरियाई नागरिक की गिरफ्तारी: पुलिस ने दिल्ली से ओरचोर ऑनएका नामक एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने थाईलैंड की महिला के साथ मिलकर ड्रग्स सप्लाई करने की बात कबूल की है। ओरचोर पहले भी दिल्ली में धोखाधड़ी सहित कई गंभीर मामलों में आरोपी रह चुका है।
थाईलैंड की महिला की गिरफ्तारी: नाइजीरियाई नागरिक से मिली जानकारी के आधार पर, भोपाल पुलिस ने बेंचमत मून नामक थाईलैंड की महिला को भी गिरफ्तार किया है। महिला के पास से 2.95 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुई है। जांच में पता चला है कि वह भोपाल और दिल्ली में रहते हुए ऑनलाइन ड्रग्स की सप्लाई करती थी और स्पा सेंटरों की आड़ में अपना नेटवर्क चला रही थी।
केवल ड्रग्स ही नहीं, ब्लैकमेलिंग भी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह गैंग केवल ड्रग्स की सप्लाई तक ही सीमित नहीं था। थाईलैंड की महिला के फोन से कई आपत्तिजनक वीडियो और भोपाल के रसूखदार लोगों के नंबर मिले हैं। पुलिस इन वीडियो में दिखने वाले लोगों की पहचान कर रही है और पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। यह महिला पैसों के लेन-देन और नए लोगों को इस रैकेट से जोड़ने का काम भी करती थी।
आगे की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने महिला के पास से कई पासपोर्ट, मोबाइल, लैपटॉप और कैश बरामद किया है। उसके फोन से मिले अंतरराष्ट्रीय नंबरों की भी जांच की जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि इस रैकेट के तार किन-किन देशों से जुड़े हैं। पुलिस इस मामले में एनसीबी (NCB) और इंटरपोल की मदद लेने पर भी विचार कर रही है।
भोपाल पुलिस की 'नशे के खिलाफ मुहिम' के तहत यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, यासीन मछली गैंग के जब्त किए गए मोबाइलों की चैट और सोशल मीडिया कनेक्शन्स की भी छानबीन की जा रही है, जिसके बाद आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। पुलिस के रडार पर कई सफेदपोश लोग भी हैं।