क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, यह घटना 4 अगस्त की है, जब 25 वर्षीय पीड़ित युवती अपने घर नेपाल में हुए झगड़े के बाद पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी होते हुए ट्रेन से पटना पहुंची थी। पटना रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद, उसकी मुलाकात आरोपी बस ड्राइवर कार्तिक से हुई। ड्राइवर ने उसे नौकरी दिलाने का झूठा झांसा दिया और उसे अपने साथ एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के बीसैप कैंप के पास ले गया। पीड़िता का आरोप है कि ड्राइवर ने उसे दो दिनों तक बस में ही रखा और लगातार उसके साथ बलात्कार करता रहा। इस दौरान उसने युवती के पास मौजूद रुपए और मोबाइल भी छीन लिए। किसी तरह पीड़िता आरोपियों के चंगुल से बचकर निकली और उसने पुलिस को आपबीती सुनाई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।
खलासी गिरफ्तार, ड्राइवर की तलाश जारी
इस मामले में पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता तब मिली, जब उसने बस के खलासी को औरंगाबाद जिले से गिरफ्तार कर लिया। खलासी उस दौरान बस में मौजूद था और उसने इस जघन्य अपराध में ड्राइवर का साथ दिया। एयरपोर्ट थाना पुलिस फिलहाल खलासी से कड़ी पूछताछ कर रही है, ताकि मुख्य आरोपी ड्राइवर कार्तिक का पता लगाया जा सके। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह भी पता चला है कि आरोपी ड्राइवर युवती को लेकर पटना के हार्डिंग रोड की ओर भी गया था, जहाँ उसने उसके साथ गलत हरकत की। फिलहाल पुलिस ने आधिकारिक तौर पर खलासी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, उससे पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगने की उम्मीद है। मुख्य आरोपी ड्राइवर कार्तिक दिल्ली का रहने वाला बताया जा रहा है और घटना के बाद से ही उसका मोबाइल फोन बंद है, जिससे उसकी तलाश में दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस की टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। यह घटना बिहार में महिलाओं और खासकर अकेली यात्रा कर रही महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताजनक है। पुलिस इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।