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टूटी माला जैसे बिखरी किस्मत आज किसान की – नृपेन्द्र सिंह पिन्टू Aajtak24 News |
मऊगंज - खेती-किसानी पर संकट गहराता जा रहा है। कभी बारिश की मार तो कभी खाद की किल्लत, किसान की किस्मत मानो टूटी माला की तरह बिखर गई है। यही पीड़ा लेकर मंगलवार को किसान कांग्रेस ने तहसील कार्यालय नईगढ़ी का घेराव किया। किसान कांग्रेस रीवा के अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह पिन्टू के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों किसान शामिल हुए।
किसान कांग्रेस का घेराव
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने कहा कि खरीफ सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन खाद की भारी कमी बनी हुई है। बाजार में अमानक खाद बेची जा रही है और उससे ज्यादा कीमत भी वसूली जा रही है। किसान कांग्रेस अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह पिन्टू ने कहा कि किसान आज बदहाली की कगार पर पहुँच चुका है। महंगे खाद, अमानक बीज और जंगली जानवरों की मार ने खेती को घाटे का सौदा बना दिया है। यदि सरकार ने त्वरित कदम नहीं उठाए तो किसानों का संकट और गहरा जाएगा।
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद किसानों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मऊगंज को ज्ञापन सौंपकर कई माँगें रखीं। इसमें प्रमुख रूप से कहा गया कि नईगढ़ी तहसील अंतर्गत किसानों को तत्काल पर्याप्त खाद उपलब्ध कराया जाए। बाजार में अमानक खाद और ऊँचे दामों पर वसूली पर रोक लगाई जाए। किसानों को 20-20-13 की जगह 18-46 डीएपी उपलब्ध कराई जाए और यूरिया के साथ अनावश्यक उत्पाद खरीदने के लिए दबाव बंद किया जाए। साथ ही सेवा सहकारी समितियों में नकद और वस्तु का अनुपात 60-40 पूर्ववत लागू करने की माँग की गई। समितियों को मिलने वाली खाद की सूची सार्वजनिक करने की बात भी रखी गई ताकि पारदर्शिता बनी रहे और गड़बड़ियाँ न हो सकें। जिन किसानों का समितियों में पंजीयन नहीं है लेकिन वे भूमि स्वामी हैं, उन्हें भू-अधिकार पत्र देखकर खाद दी जाए। ज्ञापन में क्षेत्र में आवारा मवेशियों और जंगली जानवरों से हो रहे फसल नुकसान पर भी ठोस रोकथाम के उपाय करने की माँग की गई।
कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी
इस आंदोलन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। इनमें ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नईगढ़ी अध्यक्ष अखिलेश पटेल, पूर्व विधायक विद्यावती पटेल, पूर्व जिला अध्यक्ष मऊगंज पद्मेश गौतम, जनपद उपाध्यक्ष नईगढ़ी जुल्फीलाल साकेत, गिरिजा सिंह, विष्णु प्रताप सिंह, पिन्टू सिंह, हीरामणि मिश्रा, रामसजीवन सोनी, प्रमोद द्विवेदी, जनपद सदस्य शिवकली पटेल, सुधाकर द्विवेदी, सुमन पटेल, सच्चेलाल पटेल, डॉ. आर.पी. सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान मौजूद रहे।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते खाद की समस्या का समाधान नहीं हुआ और अमानक खाद की बिक्री बंद नहीं हुई, तो वे सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।