जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों में घुसा पानी
बारिश और बाढ़ ने आम लोगों की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। ऋषिकेश के निचले इलाके जैसे शिवाजी नगर, चंद्रेश्वर नगर और मनसा देवी में लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे लोगों का घरेलू सामान बर्बाद हो गया है और वे मजबूरन अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। अपनी दयनीय स्थिति को दिखाते हुए लोग सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो साझा कर रहे हैं और सरकार से जल्द से जल्द मदद की गुहार लगा रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी।
पुलिस ने दी चेतावनी, यातायात ठप
गंगा के अलावा, चंद्रभागा और बीन जैसी बरसाती नदियां भी उफान पर हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को मुनादी करवाकर अलर्ट जारी किया है। उन्हें जल्द से जल्द अपने घर खाली कर सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है। यमकेश्वर प्रखंड को ऋषिकेश से जोड़ने वाली बीन नदी पर यातायात रोक दिया गया है, क्योंकि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसके बावजूद कुछ लोग जान जोखिम में डालकर ट्रैक्टरों की मदद से नदी पार करने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद खतरनाक है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करने से बचें, क्योंकि कई जगहों पर भूस्खलन और मलबा आने से सड़कें बंद हो गई हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी, आगे और भी बुरा हाल
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे हालात और भी खराब हो सकते हैं। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है, लेकिन प्रकृति के इस कहर के आगे सभी प्रयास अपर्याप्त साबित हो रहे हैं। ऋषिकेश के लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द ही बारिश थमे और सामान्य जनजीवन बहाल हो सके।