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उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही, धराली गांव में दर्जनों मकान बहे; कई लोगों के लापता होने की आशंका Aajtak24 News |
उत्तरकाशी/उत्तराखंड - उत्तराखंड में कुदरत का कहर जारी है। मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने से भयंकर तबाही मच गई। बादल फटने के बाद पहाड़ से पानी और मलबे का सैलाब आया, जिसकी चपेट में आकर दर्जनों मकान बह गए। इस भयावह घटना में कई लोगों के मारे जाने और लापता होने की आशंका है, जिससे पूरे इलाके में चीख-पुकार मच गई।
खीर गंगा में उफान, बाजार में घुसा मलबा
बादल फटने से खीर गंगा नदी का जलस्तर अचानक बहुत बढ़ गया, जिससे धराली बाजार और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। वीडियो फुटेज में इस आपदा की भयावहता साफ दिख रही है, जहाँ मलबे के साथ आए पानी के तेज बहाव ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, धराली बाजार के कई होटलों में भी पानी और मलबा घुस गया है।
युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी
इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया। हर्षिल से आर्मी, पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें तुरंत प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना की गईं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसाईं ने बताया कि बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इससे पहले आज सुबह ही बड़कोट तहसील के बनाल पट्टी में भारी बारिश के बाद कुड गदेरे में आई बाढ़ में लगभग 18 बकरियां बह गईं।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख; पुलिस ने जारी की चेतावनी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी राहत टीमें लगातार काम कर रही हैं और वह खुद वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने सभी के सकुशल होने की प्रार्थना की। इस बीच, उत्तराखंड पुलिस ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से लोगों को खीर गाड़ और अन्य नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी है। पुलिस ने लोगों को खुद, बच्चों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सलाह दी है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया है कि प्रदेश भर में 10 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है, खासकर पर्वतीय इलाकों में। इसे देखते हुए, देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में आज स्कूल बंद हैं।