बेर भैरव महादेव मंदिर परिसर में बह रहा नाली का Aajtak24 News


 
मंदिर के अंदर पहुंचने में परेशानी से आस्था को पहुंच रही ठेस

धार - लोगों की आस्था का केंद्र प्राचीन बेर भैरव महादेव मंदिर में इन दिनों गंदगी का साम्राज्य है। श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाली यह समस्या मंदिर परिसर के पास बह रहे नाले से उत्पन्न हो रही है। यहां नाले का गंदा पानी बहकर सीधे मंदिर में आ रहा है। यह गंदा पानी मंदिर आने के रास्ते में बह रहा है, जिससे उन्हें पानी के ऊपर से होकर गुजरना पड़ रहा है।

स्थानीय रहवासियों का आरोप है कि जयराज चौहान द्वारा नाले का गंदा पानी मंदिर मार्ग की ओर छोड़ दिया गया है। कई बार लोगों ने उन्हें इस विषय में समझाइश दी और नाले को सही दिशा में मोड़ने या उसे ढंकने के लिए कहा, लेकिन उनकी ओर से अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई।

दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु दर्शन को

यह मंदिर न केवल प्राचीन धार्मिक स्थल है, बल्कि नवविवाहित जोड़ों और दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। गंदगी और दुर्गंध के कारण भक्तों को दर्शन करने में कठिनाई हो रही है, जिससे आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

नगर पालिका ने किया निरीक्षण, दी चेतावनी

शिकायत मिलने के बाद नगर पालिका के इंजीनियर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जयराज चौहान को नाली की साफ-सफाई करने और उचित पाइपलाइन लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यदि जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया, तो नगर पालिका द्वारा सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

स्थानीय लोगों ने की मांग स्थायी हो समाधान

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बेर भैरव महादेव मंदिर की पवित्रता से कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन से मांग की गई है कि जल्द से जल्द स्थायी व्यवस्था कर गंदे पानी की निकासी को मंदिर मार्ग से हटाया जाए और दोषी पर कार्रवाई हो।

आस्था बनाम लापरवाही – अब कौन जीतेगा?

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब बात आस्था और पवित्रता की हो, तो क्या व्यक्तिगत लापरवाही को नजरअंदाज किया जा सकता है? अब देखना होगा कि प्रशासन इस विषय को कितनी गंभीरता से लेता है और श्रद्धालुओं को कब तक राहत मिलती है।




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