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रीवा में 'नैतिकता' की पोल खुली: ओबीसी महासभा नेता की पत्नी ने प्रेमिका संग पकड़ा, सरेआम चप्पलों से पिटाई Aajtak24 News |
रीवा - रीवा शहर में खुद को सामाजिक न्याय का मसीहा बताने वाले ओबीसी महासभा के प्रदेश महासचिव पप्पू कनौजिया उस समय विवादों के घेरे में आ गए, जब उनकी पत्नी ने उन्हें एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। इस घटना के बाद आक्रोशित पत्नी ने सरेआम दोनों की चप्पलों से जमकर पिटाई कर दी। यह पूरा घटनाक्रम एक बार फिर समाज में नैतिक आदर्शों और पाखंड के बीच के अंतर को उजागर करता है।
अचानक पहुंची पत्नी ने किया भंडाफोड़
यह घटना बिछिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के एक फ्लैट में हुई। सूत्रों के अनुसार, पप्पू कनौजिया का काफी समय से एक महिला के साथ संबंध था। जब उनकी पत्नी को पति की गतिविधियों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने बिना किसी को बताए अचानक फ्लैट पर धावा बोल दिया। दरवाजा खुलवाने पर जो दृश्य सामने आया, उसे देखकर पत्नी आगबबूला हो गईं। उन्होंने बिना देरी किए अपने पति और उसकी प्रेमिका पर चप्पलों से हमला बोल दिया। पिटाई के दौरान हुई चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। मामला इतना बिगड़ गया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस के पहुंचने तक, पप्पू कनौजिया तीसरी मंजिल से एक पाइप के सहारे नीचे उतरकर भाग निकले। पुलिस ने प्रेमिका को हिरासत में लिया और उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गई।
सोशल मीडिया पर सफाई, पर सवाल बरकरार
घटना के बाद से पप्पू कनौजिया भूमिगत हो गए हैं, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए खुद को निर्दोष बताया है। हालांकि, उनकी पत्नी द्वारा पिटाई का वीडियो और मौके पर मौजूद लोगों द्वारा बनाए गए अन्य वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए हैं, जिससे उनके दावे झूठे साबित हो रहे हैं। यह वही पप्पू कनौजिया हैं, जो कुछ समय पहले चुरहट क्षेत्र में एक गैंगरेप पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। सामाजिक न्याय और नैतिकता की दुहाई देने वाले इस नेता की पोल अब उसी की पत्नी ने खोली है, जिसने सार्वजनिक तौर पर उसे "नैतिकता" का असली पाठ पढ़ाया। इस घटना ने उनके पूरे संगठन की साख पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
पुलिस कर रही जांच, कानूनी कार्रवाई की तैयारी
बिछिया थाना प्रभारी ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पीड़ित महिला (नेता की पत्नी) और प्रेमिका दोनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी नेता पप्पू कनौजिया को भी जल्द ही तलब किया जाएगा और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना समाज में एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि क्या केवल संगठनात्मक पद और भाषणों से कोई व्यक्ति "सामाजिक नेता" कहलाने योग्य हो जाता है? जब कोई व्यक्ति स्वयं उन नैतिक आदर्शों का पालन नहीं करता, जिनकी वह दूसरों को दुहाई देता है, तो यह संपूर्ण संगठन और समाज की विश्वसनीयता पर गहरा असर डालता है। यह घटना सिर्फ एक व्यक्तिगत विवाद नहीं है, बल्कि सामाजिक पाखंड का एक बड़ा उदाहरण है, जो समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम सही लोगों को नेतृत्व दे रहे हैं।