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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की पहली नापाक हरकत, उरी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम; सेना का जवान शहीद Aajtak24 News |
जम्मू, कश्मीर - नियंत्रण रेखा (LoC) पर शांति बनाए रखने के लिए हुए संघर्ष विराम के बावजूद, पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बड़ी उकसावे की कार्रवाई है। जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में, 12 अगस्त की देर रात पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। हालांकि, इस दौरान हुई भीषण गोलीबारी में भारतीय सेना का एक जांबाज जवान शहीद हो गया।
पाकिस्तानी सेना के समर्थन से हुई घुसपैठ की कोशिश
यह घुसपैठ की कोशिश सामान्य नहीं थी। सैन्य सूत्रों के अनुसार, घुसपैठियों को पाकिस्तानी सेना की तरफ से भारी गोलीबारी का समर्थन मिल रहा था। इस तरह की सोची-समझी घुसपैठ की कोशिशें अक्सर पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) की मदद से की जाती हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत में अस्थिरता पैदा करना होता है। घुसपैठिए अक्सर खराब मौसम और घने अंधेरे का फायदा उठाकर अपनी कार्रवाई को अंजाम देते हैं। भारतीय सेना ने इस घुसपैठ की कोशिश को देखते हुए तुरंत जवाबी कार्रवाई की। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में, हमारे एक जवान को गोली लग गई और वह शहीद हो गया। सेना की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई के कारण घुसपैठिए पीछे हटने पर मजबूर हो गए। वे खराब मौसम और घने जंगल का फायदा उठाकर वापस पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की ओर भाग निकले।
एक और जवान भी हुआ था शहीद
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा पर ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान सेना के एक और जवान, सिपाही बनोथ अनिल कुमार, ने भी अपनी जान गंवाई थी। एक के बाद एक दो जवानों का शहीद होना भारतीय सेना के लिए एक बड़ा नुकसान है और यह सीमा पर मौजूदा तनाव को दर्शाता है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बदला माहौल
यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर लक्षित हवाई हमले किए गए थे। इसके बाद, दोनों देशों ने संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी। इस नई घुसपैठ की कोशिश ने एक बार फिर संघर्ष विराम के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सेना ने इस क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी घुसपैठिया भारतीय सीमा में न रह गया हो। पाकिस्तान की इस नापाक हरकत को लेकर सरकार और सेना की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है। यह घटना भारत-पाकिस्तान सीमा पर शांति और स्थिरता के लिए एक नई चुनौती पेश करती है।