दो चरणों में चला वितरण अभियान
प्रशासन ने खाद वितरण की प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा किया। हर चरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हर बोरी की कीमत ₹267.50 तय की गई थी।
5 अगस्त 2025: पहले चरण का वितरण
अभियान के पहले दिन कुल 1016 बोरी यूरिया खाद का वितरण किया गया। यह खाद मनगवां स्थित दो भंडारों से किसानों को दी गई। इसमें रामगोपाल गुप्ता खाद भंडार से 923 बोरी और रेखा खाद भंडार से 93 बोरी खाद शामिल थी। इस दौरान भी प्रशासन ने पूरी निगरानी रखी ताकि कोई भी गड़बड़ी न हो।
6 अगस्त 2025: दूसरे चरण का वितरण
दूसरे दिन, प्रशासन ने अपनी कार्यवाही जारी रखते हुए कुल 1174 बोरी यूरिया खाद वितरित की, जिससे करीब 1000 किसानों को लाभ मिला। इस दिन खाद का वितरण मनगवां के कई भंडारों से किया गया, जिसमें रामगोपाल गुप्ता खाद भंडार से 1020 बोरी, संस्कार खाद बीज भंडार से 24 बोरी, मानसी खाद बीज भंडार से 100 बोरी और चंदेह के राधे-राधे खाद बीज भंडार से 30 बोरी खाद बांटी गई।
सख्त निगरानी और पारदर्शी प्रक्रिया
खाद वितरण के दौरान, प्रशासन ने हर स्तर पर सख्त निगरानी रखी। प्रत्येक खाद भंडार पर पंजीकरण, पावती रजिस्टर और रसीदों की जांच की गई। हर किसान का नाम, उसे दी गई खाद की मात्रा और सरकारी दर की जानकारी पावती में दर्ज की गई। इसके अतिरिक्त, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस बल और ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद रहे। किसानों ने प्रशासन की इस पहल को दिल से सराहा। उनका कहना था कि इस पारदर्शी व्यवस्था से उन्हें समय पर और सही कीमत पर खाद मिली है, जिससे उनकी खेती की समस्याएं सुलझ गई हैं। उनका यह भी कहना था कि इस प्रणाली ने उनमें प्रशासन के प्रति विश्वास जगाया है और अब उन्हें कालाबाजारी के बजाय सरकारी दरों पर खाद मिल रही है।
आगे की योजना
प्रशासन ने किसानों को आश्वासन दिया है कि मनगवां क्षेत्र सहित गंगेव विकासखंड के अन्य हिस्सों में भी खाद की उपलब्धता बनी रहेगी। भविष्य में इस वितरण प्रक्रिया को और भी निष्पक्ष और संगठित बनाने के लिए गांव स्तर पर निगरानी की जाएगी, ताकि किसानों को बिना किसी समस्या के खाद मिलती रहे। यह कदम किसानों में विश्वास जगाने और प्रशासन के प्रति एक सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने में सफल रहा है।