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स्वर्ण मंदिर को उड़ाने की तीसरी धमकी: RDX से धमाके की बात, सुरक्षा कड़ी; SGPC ने CM मान को लिखा पत्र patra Aajtak24 News |
अमृतसर/पंजाब - सिखों के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल स्वर्ण मंदिर (गोल्डन टेंपल) को लगातार तीसरे दिन बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जिससे हड़कंप मच गया है। यह धमकी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की ईमेल आईडी पर आई है, जिसमें कहा गया है कि पाइपों में RDX भरकर स्वर्ण मंदिर में धमाके किए जाएंगे।
लगातार धमकियां और बढ़ी हुई सुरक्षा
सोमवार, मंगलवार और बुधवार (आज) - लगातार तीन दिनों से स्वर्ण मंदिर को धमकी भरे ईमेल मिल रहे हैं। पहली ही धमकी के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि इन धमकियों के पीछे कौन है। तीसरी बार धमकी मिलने के बाद स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और परिसर के आसपास सुरक्षा पहले से भी ज्यादा कड़ी कर दी गई है। डॉग स्क्वायड, बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) और पुलिस कमांडो को तैनात किया गया है। गोल्डन टेंपल के सभी आने-जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है और हर श्रद्धालु पर कड़ी नजर रखी जा रही है, साथ ही गहन चेकिंग भी की जा रही है।
SGPC ने सरकार से लगाई गुहार, 'गुरुओं के उपदेश पसंद नहीं कुछ लोगों को'
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इन धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है। SGPC के सचिव प्रताप सिंह ने इन धमकियों को 'शरारती तत्वों' की करतूत बताया। उन्होंने कहा कि ये लोग केवल गोल्डन टेंपल की ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के धार्मिक स्थानों को उड़ाने की बात कर रहे हैं। प्रताप सिंह के अनुसार, "उनका कोई धर्म नहीं होता। ये लोगों में डर की भावना पैदा करने और धर्म से तोड़ने व एकता को खंडित करने की साजिश रचते हैं।" उन्होंने सरकारों और पुलिस से ऐसे लोगों को पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की है।
SGPC के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि 14 जुलाई से SGPC को लगातार धमकी भरे ईमेल मिल रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि 15 जुलाई को दूसरी ईमेल केरल के मुख्यमंत्री और एक पूर्व चीफ जस्टिस की फर्जी आईडी से भेजी गई थी, जबकि आज सुबह आसिफ कपूर नाम के ईमेल एड्रेस से ईमेल आई है। ये ईमेल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी भेजी गई हैं।
धामी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर इस मामले की तुरंत जांच और आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने चिंता जताई कि लंबे समय से आस्था के केंद्र गोल्डन टेंपल को निशाना बनाया जा रहा है, और "गुरुओं द्वारा दिए गए उपदेश कुछ लोगों को अच्छे नहीं लग रहे।" उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सांसदों और मुख्यमंत्रियों को ऐसे ईमेल भेजे गए हैं, तो सरकार ने अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की। धामी ने आशंका जताई कि कहीं यह दरबार साहिब में श्रद्धालुओं के आवागमन को कम करने की कोशिश तो नहीं है, जिसकी गहन जांच होनी चाहिए।