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| दिल्ली में दहला देने वाला अग्निकांड: रिहायशी इमारत में लगी भीषण आग, 2 लोग जिंदा जले, 4 झुलसे jhulse Aajtak24 News |
नई दिल्ली - राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूर्वी हिस्से में मंगलवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। ओल्ड गोविंदपुरा इलाके में एक रिहायशी इमारत में अचानक भीषण आग लग गई, जिसने दो जिंदगियां लील लीं और चार अन्य को झुलसा दिया। इस खौफनाक हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। यह घटना एक बार फिर राजधानी की घनी आबादी वाली इमारतों में सुरक्षा मानकों और आपातकालीन तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
कैसे हुआ हादसा और कौन बना शिकार?
पुलिस के मुताबिक, रात 8 बजकर 46 मिनट पर जगतपुरी पुलिस थाने को ओल्ड गोविंदपुरा की 'बंद गली' स्थित इस इमारत में आग लगने की सूचना मिली। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इमारत में 10 लोग फंसे हुए थे। सूचना मिलते ही पुलिसकर्मियों और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और युद्धस्तर पर बचाव अभियान शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि, आग की लपटों ने दो लोगों को बचने का मौका नहीं दिया। 28 वर्षीय तनवीर और नुसरत नामक दो निवासियों की मौके पर ही जलकर दर्दनाक मौत हो गई। ये दोनों गोविंदपुरा के ही रहने वाले बताए गए हैं। वहीं, फैजल और 18 वर्षीय आसिफ नामक दो अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनका हेडगेवार अस्पताल में इलाज चल रहा है। ये खुरेजी खास के कसाईवाली गली के निवासी बताए गए हैं। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
आग का कारण अज्ञात, गहन जांच जारी
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन इमारत में आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने की असली वजह का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीमें भी घटनास्थल का मुआयना करेंगी ताकि कोई महत्वपूर्ण सुराग मिल सके। यह घटना दर्शाती है कि शहरी क्षेत्रों में आग से बचाव के उपायों और जागरूकता की कितनी कमी है। प्रशासन के सामने अब इस बात की चुनौती है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएं और मृतकों व घायलों के परिवारों को कैसे मदद पहुंचाई जाए। इस त्रासदी ने पूरे दिल्ली को झकझोर कर रख दिया है और लोग प्रशासन से ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
