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यूपी धर्मांतरण रैकेट के तार जाकिर नाइक से जुड़े, कई विदेशी फंडिंग वाली संस्थाएं रडार पर par Aajtak24 News |
लखनऊ - उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण गिरोहों के खुलासे के बाद अब इन गिरोहों के तार कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से जुड़ते दिख रहे हैं। खुफिया एजेंसियां नाइक से जुड़ी कई संस्थाओं को अपनी रडार पर ले चुकी हैं और प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इन संस्थाओं की वित्तीय पड़ताल कर रहा है। जाकिर नाइक, जिसे लंबे समय से खुफिया एजेंसियां तलाश रही हैं, को धर्मांतरण का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसके कई वायरल वीडियो में उसे हिंदूवादी नेताओं को निशाना बनाते हुए और मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश करने की कोशिश करते देखा गया है। छांगुर और हाल ही में आगरा में सामने आए आयशा व ओसामा के गिरोह के खुलासे के बाद इस भगोड़े कट्टरपंथी से जुड़े लोगों की तलाश तेज कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, जाकिर नाइक को विदेशों से फंडिंग मिलने की बात कई बार सामने आई है। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक सामने आए हर धर्मांतरण गिरोह को विदेशों से ही फंडिंग मिली है और ये सभी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। इनकी संस्थाएं अमेरिका, कनाडा, दुबई, पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों में फैली हुई हैं। बताया जाता है कि जब जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) पर खुफिया एजेंसियों का शिकंजा कसा, तो वह मलेशिया भाग गया था। वह मुस्लिम युवाओं को हिंदू युवाओं का धर्मांतरण कराने के लिए लगातार उकसाता रहता है।
छांगुर गिरोह पर एटीएस का शिकंजा, विदेशों से फंडिंग का खुलासा
अवैध धर्मांतरण का एक बड़ा नेटवर्क चलाने वाले छांगुर गिरोह पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता ही जा रहा है। इस कड़ी में एटीएस बलरामपुर जिले से निकलकर अन्य शहरों में धर्मांतरण रैकेट को मजबूत कर रहे दो और आरोपितों के बेहद करीब पहुंच गई है। ये दोनों आरोपित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। दो दिन पहले गिरफ्तार किए गए छांगुर के भतीजे सबरोज ने इन दोनों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। एटीएस की जांच में सामने आया है कि नामजद आरोपितों के अलावा छांगुर गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है। बलरामपुर और आसपास के जिलों में कई युवक-युवतियों को इन लोगों ने अपने जाल में फंसा लिया है, और ये लोग इनके इशारे पर धर्मांतरण कर रहे हैं। इन धर्मांतरित लोगों को विदेशों से हुई फंडिंग से हर कदम पर मदद की जा रही है, और धर्मांतरण पूरा होते ही उन्हें अच्छी खासी रकम भी दी जाती है। छांगुर की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन ने अपनी 10 दिन की रिमांड के दौरान एटीएस के सामने कई चौंकाने वाले सच कबूल किए थे, जिससे एटीएस के अधिकारी भी हैरान रह गए थे। सूत्रों के मुताबिक, एटीएस ने उन दोनों आरोपितों के खिलाफ कई सबूत जुटा लिए हैं, जिनके काफी करीब वह पहुंच चुकी है। नीतू ने ही एटीएस के सामने यह कबूल किया था कि वह दुबई में इन दोनों के संपर्क में रही थी और उनके साथ काफी समय बिताया था। ये दोनों व्यक्ति विदेशों से आने वाली फंडिंग का पूरा हिसाब-किताब रखते थे और फिर इन्हीं के जरिए यह रकम छांगुर और नीतू के खातों में भेजी जाती थी।