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मानसून सत्र: प्रधानमंत्री मोदी ने बताया 'विजय उत्सव', 'ऑपरेशन सिंदूर' और नक्सलवाद पर हुई बड़ी बात bat Aajtak24 News |
नई दिल्ली - संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए इसे 'विजय उत्सव' बताया। उन्होंने देश की सुरक्षा, विकास और विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया और सेना की बढ़ती आत्मनिर्भरता की सराहना करते हुए विपक्षी दलों से भी इस दिशा में सहयोग की अपील की।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का बढ़ता सैन्य सामर्थ्य
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत के सैन्य पराक्रम का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने दुनिया को भारत की सामरिक शक्ति का अहसास कराया है। पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि वह जब भी वैश्विक नेताओं से मिलते हैं, उन्हें भारत के स्वदेशी हथियारों के प्रति गहरा विश्वास देखने को मिलता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि संसद में इस ऑपरेशन पर खुलकर चर्चा होगी, जिससे देशवासियों को प्रेरणा मिलेगी और रक्षा क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान तथा आविष्कारों को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक ऐसे दशक में प्रवेश कर चुके हैं जहां शांति और प्रगति कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। यह आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की बढ़ती शक्ति का स्पष्ट संकेत है।
नक्सलवाद और माओवाद पर निर्णायक जीत
प्रधानमंत्री ने देश के सामने आतंकवाद और नक्सलवाद जैसी दशकों पुरानी समस्याओं को स्वीकार किया। उन्होंने गर्व के साथ घोषणा की कि नक्सलवाद का दायरा तेजी से सिकुड़ रहा है। उनके अनुसार, देश के सुरक्षा बल माओवाद को जड़ से उखाड़ने के संकल्प के साथ एक नए आत्मविश्वास के साथ सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि देश के सैकड़ों जिले अब नक्सलवाद के चंगुल से मुक्त होकर सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं। उन्होंने इसे भारत के संविधान की जीत बताया, जहां "बम, बंदूक और पिस्तौल के सामने हमारे देश का संविधान विजयी हो रहा है।" यह दर्शाता है कि कानून का शासन और विकास किस प्रकार इन चुनौतियों पर भारी पड़ रहा है।
'रेड कॉरिडोर' से 'ग्रीन ज़ोन' की ओर भारत
प्रधानमंत्री ने देश के उज्ज्वल भविष्य की बात करते हुए कहा कि पहले जो क्षेत्र 'रेड कॉरिडोर' (नक्सल प्रभावित क्षेत्र) के रूप में जाने जाते थे, वे अब 'ग्रीन ज़ोन' में परिवर्तित हो रहे हैं। यह बदलाव देश की सुरक्षा स्थिति में सुधार और विकास की गति को दर्शाता है। आर्थिक मोर्चे पर, पीएम मोदी ने बताया कि भारत तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने वैश्विक संस्थाओं द्वारा भारत की आर्थिक प्रगति की सराहना का भी जिक्र किया। महंगाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 2014 से पहले जहां महंगाई दर दोहरे अंकों में थी, वहीं अब यह घटकर लगभग 2 प्रतिशत रह गई है, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को ट्रेकोमा-मुक्त घोषित किया है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
राष्ट्रहित में विपक्षी दलों की सराहना और अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद दुनिया को दहला देने वाली बर्बरता का जिक्र किया। उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की खुलकर सराहना की, जिन्होंने दलगत हितों से ऊपर उठकर वैश्विक स्तर पर आतंकवादियों के आका पाकिस्तान को बेनकाब करने का सफल अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रहित के कार्य से देश में एक सकारात्मक माहौल बना और विश्व ने भारत की बात को स्वीकार किया। अंत में, प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से एक महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे संसद में भारतीय सेना की सराहना करें और इस बात पर चर्चा करें कि भारत हथियारों के मामले में कैसे अधिक आत्मनिर्भर बन सकता है। उन्होंने कहा कि "राजनीतिक दल भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन इस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा कि दलहित में भले ही मत भले ही ना मिलें, लेकिन देश हित में मन जरूर मिलें।" यह अपील राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के मुद्दों पर एकजुटता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।