कौन थे मृतक कांवड़िए?
मृतक कांवड़ियों की पहचान सुरेश (26 वर्ष), निवासी गाँव शाहजहानाबाद, थाना रजपुरा, और अरविंद (30 वर्ष), निवासी गाँव चकरपुर, थाना कैलादेवी, के रूप में हुई है। दोनों युवक एक ही बाइक पर सवार होकर शुक्रवार को हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गाँवों की ओर लौट रहे थे। वे सावन के दूसरे सोमवार को अपने-अपने गाँव के शिव मंदिर में जल चढ़ाने की तैयारी में थे।
कैसे हुआ हादसा?
यह दुखद हादसा चंडी पुल के पास हुआ। किसी अज्ञात तेज़ रफ़्तार वाहन ने उनकी बाइक को ज़ोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों युवक बाइक से उछलकर दूर जा गिरे और उन्हें गंभीर चोटें आईं। ख़ासकर, उनके सिर में आई गंभीर चोटों के कारण उनकी हालत बेहद नाज़ुक हो गई थी। घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुँचाया। लेकिन, दुर्भाग्यवश, इलाज के दौरान दोनों युवकों ने दम तोड़ दिया।
गाँव में पसरा कोहराम
शनिवार को जब दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके गाँवों में पहुँचे, तो वहाँ कोहराम मच गया। परिजन सदमे में हैं और ग्रामीणों की आँखें नम हैं। पूरे शाहजहानाबाद और चकरपुर गाँवों में शोक की लहर दौड़ गई है। गमगीन माहौल में दोनों युवकों का अंतिम संस्कार किया गया। यह हादसा एक बार फिर इस बात पर सोचने को मजबूर करता है कि भगवान की भक्ति के इस पावन महीने में भी सड़क सुरक्षा की अनदेखी कितनी जानलेवा हो सकती है। कांवड़ यात्रा में लाखों लोग श्रद्धा के साथ शामिल होते हैं, लेकिन थोड़ी सी असावधानी कई परिवारों की खुशियाँ छीन लेती है। इस घटना से यह संदेश मिलता है कि भक्ति के साथ-साथ सड़क पर भी सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है।