इंस्टाग्राम लव अफेयर का खूनी अंत: गया की शादीशुदा महिला की पटना में हत्या, पूर्व प्रेमी फरार, दो साले गिरफ्तार giraftar Aajtak24 News

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पटना/बिहार - बिहार की राजधानी पटना में प्रेम प्रसंग का एक खौफनाक अंत सामने आया है। गया जिले की एक शादीशुदा महिला, 30 वर्षीय सुंदरी देवी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले में उसका पूर्व प्रेमी और पटना के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला मनीष यादव मुख्य आरोपी है, जो फिलहाल फरार है। पुलिस ने मनीष के दो सालों, पंकज कुमार और सुनील कुमार, के साथ ही ऑटो ड्राइवर अंशु कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।

इंस्टाग्राम से शुरू हुआ रिश्ता, मौत में बदला

पुलिस जांच में सामने आया है कि सुंदरी देवी की मनीष यादव से दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी, जो धीरे-धीरे प्रेम प्रसंग में बदल गई। सुंदरी, गया के ग्वालबिगहा निवासी करण मांझी की पत्नी थी। दोनों का रिश्ता तब जटिल हो गया जब मनीष यादव की शादी हो गई। इसके बाद सुंदरी ने मनीष पर लगातार दबाव बनाना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि सुंदरी ने मनीष के खिलाफ पहले भी एक मामला दर्ज करवाया था, जिसके कारण मनीष को जेल भी जाना पड़ा था।

हत्या की साजिश और शव ठिकाने लगाने का प्रयास

लगातार दबाव और कानूनी विवादों से पीछा छुड़ाने के लिए मनीष ने सुंदरी की हत्या की खौफनाक योजना बनाई। उसने अपने दो सालों, पंकज और सुनील, को भी इस साजिश में शामिल कर लिया। पुलिस के अनुसार, मनीष ने सुंदरी को गया से पटना बुलाया। यहीं चाकू से उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद, शव को पहले गांव में ही एक गड्ढे में दफना दिया गया। हालांकि, जब शव से बदबू आने लगी, तो आरोपियों ने उसे बाहर निकाला और खुसरुपुर में हेमजापुर फोरलेन के पास फेंक दिया। ऑटो ड्राइवर अंशु कुमार को इस काम के लिए 3000 रुपये दिए गए थे।

पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां

पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि 2 जुलाई को खुसरुपुर में हेमजापुर फोरलेन से एक महिला का तीन दिन पुराना शव बरामद हुआ था। शव पर धारदार हथियार से वार के निशान थे। घटनास्थल पर ऑटो के पहियों के निशान मिलने से पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिला। पुलिस ने आसपास के ऑटो चालकों से पूछताछ की, जिसमें एक ड्राइवर ने 30 जून की रात कुछ लोगों के ऑटो से हेमजापुर आने की बात बताई। उसकी निशानदेही पर नियाजीपुर गांव के ऑटो चालक अंशु को हिरासत में लिया गया। अंशु की निशानदेही पर ही पंकज और सुनील को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी मनीष यादव अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।

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