रीवा में दो महीने से अंधेरा: गढ़ के अगड़ाल पंचायत में जला ट्रांसफार्मर नहीं बदला, ग्रामीण त्रस्त, जिम्मेदार मौन Aajtak24 News

 

रीवा में दो महीने से अंधेरा: गढ़ के अगड़ाल पंचायत में जला ट्रांसफार्मर नहीं बदला, ग्रामीण त्रस्त, जिम्मेदार मौन Aajtak24 News

रीवा - रीवा जिले के गढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अगड़ाल (पोस्ट अमिलिया, थाना गढ़) के वार्ड क्रमांक 4 और 7 के निवासी पिछले दो महीनों से घोर अंधेरे में जीवन गुजारने को मजबूर हैं। उनका ट्रांसफार्मर जला हुआ है और इतनी लंबी अवधि के बाद भी इसे बदला नहीं गया है। यह स्थिति प्रशासनिक संवेदनहीनता और लापरवाही का एक जीता-जागता उदाहरण बन गई है।

अंधेरे से चरमराया जीवन, बढ़ा जान का खतरा

बिजली की अनुपलब्धता ने गांव के हालात को बद से बदतर कर दिया है। ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं क्योंकि हैंडपंप बिजली न होने से काम नहीं कर रहे। संचार व्यवस्था ठप है, जिससे बाहर की दुनिया से संपर्क कट गया है। बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है और मोबाइल चार्ज न होने से कनेक्टिविटी भी खत्म हो गई है।

बरसात के इस मौसम में जब नाले-नदियाँ उफान पर हैं और हर ओर कीचड़ व पानी भरा है, ऐसे में बिजली का न होना ग्रामीणों के लिए जानलेवा खतरा बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अंधेरे का फायदा उठाकर सांप-बिच्छू जैसे विषैले जीव खुलेआम घूमते हैं, जिससे हर दिन जान का जोखिम मंडराता रहता है।

प्रशासन बेखबर, जनप्रतिनिधि गायब: जनता का आक्रोश चरम पर

गांववालों ने अपनी समस्या को लेकर दर्जनों बार बिजली विभाग, पंचायत सचिव, जनपद प्रतिनिधियों और यहाँ तक कि क्षेत्रीय विधायक तक गुहार लगाई है, लेकिन उनकी शिकायतें सिर्फ कागज़ों में ही दबी रह गईं। यह आश्चर्यजनक है कि जिस बुनियादी सुविधा (बिजली) पर सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा करती हैं, वही रीवा जिले के इस गांव में महीनों से नदारद है। ग्रामीणों का धैर्य अब जवाब दे रहा है और उनका आक्रोश चरम पर है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया तो वे प्रशासनिक कार्यालयों का घेराव करेंगे, हाईवे जाम करेंगे और एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

"आखिर जवाबदेह कौन?"

ग्रामीणों का सवाल है कि जब बिजली विभाग की यह जिम्मेदारी है कि किसी भी क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर को 72 घंटे के भीतर बदला जाए, तो दो महीने बीत जाने के बाद भी आखिर क्यों कोई कार्रवाई नहीं हुई? क्या यह सिर्फ लापरवाही है, या फिर ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को जानबूझकर अनदेखा करने की कोई सरकारी नीति है? जनता यह सवाल कर रही है कि "जिसे हमने चुना, वही अब हमारी पुकार क्यों नहीं सुन रहा?" अब समय आ गया है कि रीवा जिला प्रशासन, बिजली विभाग और संबंधित विधायक इस संवेदनशील मामले को गंभीरता से लें। अगड़ाल पंचायत में तत्काल नया ट्रांसफार्मर लगवाकर बिजली आपूर्ति बहाल करना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा यह मामला जल्द ही जनाक्रोश की आग में तब्दील हो सकता है।


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