मऊगंज: बहुती जलप्रपात से 73 घंटे बाद निकाले गए देवर-भाभी के शव, पुलिस जांच में जुटी juti Aajtak24 News


मऊगंज: बहुती जलप्रपात से 73 घंटे बाद निकाले गए देवर-भाभी के शव, पुलिस जांच में जुटी juti Aajtak24 News

मऊगंज - मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित बहुती जलप्रपात में बुधवार को आत्मघाती छलांग लगाने वाले देवर-भाभी के शवों को आखिरकार 73 घंटे बाद शनिवार की शाम को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। यह घटना शाहपुर थाना अंतर्गत ग्राम तिलियाबूढ़ निवासी दिनेश साहू (25) और उनकी भाभी शकुंतला साहू (35) से संबंधित है, जिन्होंने बुधवार शाम लगभग 4 बजे जलप्रपात से कूदकर अपनी जान दे दी थी। इस हृदय विदारक घटना से पूर्व, दोनों ने एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें उन्होंने आत्महत्या की बात स्वीकार करते हुए उसे इंस्टाग्राम पर साझा किया था, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।

अत्यधिक चुनौतीपूर्ण रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

शवों को निकालने का अभियान लगातार तीन दिनों तक चली मूसलाधार वर्षा और जलप्रपात में जल स्तर के अप्रत्याशित बढ़ाव के कारण अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो गया था। जलप्रपात की गहराई, तेज बहाव और लगातार बारिश ने बचाव दल के सामने गंभीर बाधाएं खड़ी कर दी थीं। राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (SDERF) की टीम ने स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से शनिवार को एक बार फिर से अभियान शुरू किया। कड़ी मशक्कत और अथक प्रयासों के बाद, सायं 5 बजे दोनों शवों को लगभग 450 फीट की गहराई से बाहर निकाला जा सका। शुक्रवार को दोपहर 3 बजे शव पहली बार जलप्रपात की गहराई में दिखाई दिए थे, जिससे बचाव दल में उम्मीद जगी थी, किंतु दुर्भाग्यवश उसी समय तेज वर्षा फिर से शुरू हो जाने के कारण अभियान को रोकना पड़ा था। शनिवार सुबह से पुनः और अधिक दृढ़ता के साथ प्रयास आरंभ किया गया। दुर्गम पथरीले मार्ग, घने पहाड़ी क्षेत्र और विषम मौसम परिस्थितियों के बीच एसडीईआरएफ, होम गार्ड और नईगढ़ी थाना पुलिस की टीम ने ग्रामीणों के अमूल्य सहयोग से इस साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जो उनकी प्रतिबद्धता और बहादुरी का प्रमाण है।

कानूनी प्रक्रिया जारी और सहयोगियों की सराहना

शवों को निकालने के बाद, उन्हें नईगढ़ी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मर्चुरी में सुरक्षित रखवाया गया है। यहाँ पर पुलिस द्वारा घटना से संबंधित सभी वैधानिक प्रक्रियाएं संपादित की जा रही हैं, जिसमें पोस्टमार्टम और अन्य आवश्यक जांचें शामिल हैं। इस पूरी विषम परिस्थिति में, होम गार्ड कमांडर विकास पाण्डेय, नईगढ़ी थाना पुलिस के समस्त दल और स्थानीय ग्रामीण जनों की भूमिका विशेष रूप से सराहनीय रही है। इन सभी ने मिलकर विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, अथक परिश्रम और साहस का परिचय देते हुए इस कठिन रेस्क्यू अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण किया, जिससे परिवारों को अपने प्रियजनों के शव मिल सके और कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सके।



Post a Comment

Previous Post Next Post