उत्तराखंड और हिमाचल में मॉनसून का कहर: चार धाम यात्रा बाधित, 55 लोग लापता; कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी jari Aajtak24 News

उत्तराखंड और हिमाचल में मॉनसून का कहर: चार धाम यात्रा बाधित, 55 लोग लापता; कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी jari Aajtak24 News

नई दिल्ली - देश के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश मॉनसून की भीषण मार झेल रहे हैं। उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई सड़कें धंस गई हैं, जिससे चार धाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और बाढ़ से हुई तबाही के बाद अब भी 55 लोग लापता हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित 11 राज्यों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर ब्रेक

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश और भूस्खलन को देखते हुए चार धाम यात्रा को अस्थायी रूप से रोकने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने और यात्रा मार्ग पूरी तरह सुरक्षित होने के बाद ही यात्रा दोबारा शुरू की जाएगी।

  • केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन: बुधवार रात केदारनाथ मार्ग पर सोनप्रयाग के पास हुए भूस्खलन से रास्ता बंद हो गया, जिससे 40 श्रद्धालु फंस गए। SDRF की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

  • सड़कें धंसी, यात्रा बाधित: बुधवार रात से जारी मूसलाधार बारिश के कारण यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के रास्ते में कई जगह भूस्खलन हुआ और सड़कें धंस गईं। यमुनोत्री हाईवे और केदारनाथ-गौरीकुंड हाईवे के धंसने से गुरुवार को चार धाम यात्रा बाधित रही।

  • रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर चुनौती: रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच दो जगहों पर भूस्खलन हुआ, जिससे गुरुवार तड़के केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू नहीं हो पाई। SDRF के जवानों ने सुबह 7:30 बजे रास्ता साफ कर 40 यात्रियों को गौरीकुंड से सोनप्रयाग भेजा। इसके बाद सुबह 9 बजे से सोनप्रयाग से यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया। गंगोत्री हाईवे को भी लगभग पांच घंटे बाद बहाल किया जा सका।

  • नदी-नाले उफान पर: बारिश के कारण चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले के कई गांवों में नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।

हिमाचल में बादल फटने से भारी तबाही, 55 अब भी लापता

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात को बादल फटने और भारी बारिश से आई बाढ़ व भूस्खलन ने भयानक तबाही मचाई है। मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है, जबकि 55 लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। गुरुवार को दो और शव बरामद हुए हैं।

  • सराज क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित: अकेले सराज क्षेत्र की ही 38 पंचायतें इस तबाही की चपेट में हैं। यहां सड़कें पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति ठप है, और फोन सेवाएं भी बाधित हैं। लोगों को खाने-पीने के संकट का सामना करना पड़ रहा है।

  • राहत कार्यों में बाधा: मौसम विभाग ने कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में दिक्कतें आ सकती हैं। NDRF, SDRF और प्रशासन की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।

देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश का अलर्ट

IMD ने आज राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित 11 राज्यों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

  • राजस्थान में भारी बारिश: राजस्थान में पिछले 4 दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है। बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद अजमेर शरीफ दरगाह परिसर में 2 फीट तक पानी भर गया। दरगाह परिसर में बने एक बरामदे की छत का एक हिस्सा भी ढह गया, हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दरगाह कमेटी ने उस हिस्से में लोगों की आवाजाही बंद कर दी है।

  • गुजरात में जलभराव: गुजरात के बनासकांठा जिले में भी जगह-जगह सड़कें पानी में डूब गई हैं।

मानसून की यह सक्रियता देश के एक बड़े हिस्से में जनजीवन को प्रभावित कर रही है, और आने वाले दिनों में स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।

Post a Comment

Previous Post Next Post