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सुकमा में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता: 5 नक्सली गिरफ्तार, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद baramad Aajtak24 News |
सुकमा - छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को गुरुवार को एक बड़ी कामयाबी मिली है। एक संयुक्त कार्रवाई में एक नाबालिग सहित 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। इन नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है, जिसमें जिलेटिन रॉड, डेटोनेटर और कॉर्डेक्स वायर जैसे घातक पदार्थ शामिल हैं। यह गिरफ्तारी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
चिंतलनार में पुलिस पर फायरिंग में शामिल थे गिरफ्तार नक्सली
गुरुवार को सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए एक विशेष संयुक्त ऑपरेशन में चिंतलनार थाना क्षेत्र से इन 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए सभी नक्सली, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है, चिंतलनार में पुलिस गश्त पार्टी को जान से मारने की नीयत से की गई फायरिंग की घटना में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ चिंतलनार थाने में पहले से ही संगीन धाराओं में कई मामले दर्ज हैं। सुरक्षाबलों ने जिस पेशेवर तरीके से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, उसकी चारों ओर प्रशंसा हो रही है। बरामद किए गए विस्फोटक पदार्थों में 20 जिलेटिन रॉड, 8 डेटोनेटर, 10 नॉन-डेटोनेटर और लगभग 3 मीटर कॉर्डेक्स वायर शामिल हैं। यह सामग्री किसी बड़ी आतंकी या नक्सली वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की जा सकती थी, जिसे समय रहते रोक लिया गया।
नक्सली संगठनों पर बढ़ा दबाव, स्वीकार रहे हैं भारी नुकसान
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर नक्सलवाद के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ रही हैं। इस संयुक्त कार्रवाई के परिणामस्वरूप, नक्सली संगठनों पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। अब तक सैकड़ों नक्सली या तो गिरफ्तार किए जा चुके हैं, या उन्होंने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में वापसी की है, जबकि कई मुठभेड़ों में मारे गए हैं। हाल ही में नक्सली संगठनों द्वारा जारी की गई एक बुकलेट ने सुरक्षाबलों की सफलता की पोल खोल दी है। इस बुकलेट में नक्सलवादियों ने पहली बार यह 'कबूलनामा' किया है कि पिछले एक साल में उनके 357 माओवादी सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए हैं। यह आंकड़ा चौंकाने वाला है और दर्शाता है कि एंटी-नक्सल ऑपरेशंस कितने प्रभावी हो रहे हैं। इस कबूलनामे के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में 136 महिला नक्सली भी शामिल हैं, जो दर्शाता है कि सुरक्षाबल अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के हर कोने में पहुंच रहे हैं।
गृह मंत्री का लक्ष्य: मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश से नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए मार्च 2026 तक का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षाबल व्यापक ऑपरेशन चला रहे हैं। इन ऑपरेशंस का दोहरा उद्देश्य है: एक ओर नक्सलियों की धरपकड़ करना और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करना, वहीं दूसरी ओर आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर प्रदान करना। सुकमा में हुई यह गिरफ्तारी इसी रणनीति का एक हिस्सा है, जो दर्शाता है कि सुरक्षा एजेंसियां अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लगातार मिल रही सफलताओं से यह उम्मीद बढ़ गई है कि भारत जल्द ही नक्सलवाद की समस्या से पूरी तरह मुक्ति पा लेगा।