सिवनी में खौफनाक वारदात: मौसा ने 2 मासूम भांजों का गला रेता, शव जंगल में छिपाया; मां पर थी दरिंदे की बुरी नीयत Aajtak24 News

 

सिवनी में खौफनाक वारदात: मौसा ने 2 मासूम भांजों का गला रेता, शव जंगल में छिपाया; मां पर थी दरिंदे की बुरी नीयत Aajtak24 News

सिवनी - मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली एक बेहद खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां एक मौसा ने अपनी ही साली पर बुरी नीयत रखने के चलते, उसके दो मासूम बेटों – 6 साल के दिव्यांश और 9 साल के मयंक – की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद, आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर मासूमों के शवों को अंबामाई के जंगल में पत्थरों के नीचे छिपा दिया था। इस दोहरे हत्याकांड ने पूरे सिवनी को दहला दिया है, और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब अपने ही भरोसे का खून कर दें, तो इंसान किस पर विश्वास करे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

लापता बच्चों की जघन्य हत्या का खुलासा

यह दिल दहला देने वाली घटना सिवनी जिले के सुभाष वार्ड की है। मृतक मयंक चौथी कक्षा में और दिव्यांश दूसरी कक्षा में पढ़ते थे। दोनों बच्चे अपनी मां पूजा ढाकरिया के साथ रहते थे, जो मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करती थीं। पूजा का अपने पति से लगभग पांच वर्ष पूर्व तलाक हो गया था, जिसके बाद से वह अकेले ही दोनों बच्चों की परवरिश कर रही थीं। बीती जुलाई की शाम करीब 5 बजे, दोनों बच्चे घर के बाहर खेलते वक्त अचानक लापता हो गए। बच्चों के देर तक वापस न लौटने पर उनकी मां पूजा ने 15 जुलाई की रात को कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद कोतवाली और डूंडा सिवनी थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की। पुलिस की जांच में एक ऑटो ड्राइवर की गवाही ने मामले को निर्णायक मोड़ दिया, जिसने बताया कि उसने बच्चों को उनके 'मौसा' के साथ देखा था। संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ के बाद, पुलिस को अंबामाई के जंगल में सुराग मिला। करीब तीन किलोमीटर अंदर घाटी में, पत्थरों से ढंके हुए बच्चों के शव मिले, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को बुलाकर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए।

मां पर थी दरिंदे की बुरी नीयत, बच्चे बने बाधा

पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि बच्चों का मौसा भोजराम बेलवंशी है। उसने अपने साथी शुभम उर्फ यश जावरे के साथ मिलकर इस वीभत्स वारदात को अंजाम दिया। जांच में सामने आया कि भोजराम बेलवंशी की नीयत अपनी ही साली (बच्चों की मां) पूजा ढाकरिया पर काफी समय से खराब थी। वह महिला को हासिल करना चाहता था, लेकिन बच्चों की मौजूदगी को अपने इरादों में बाधा मान रहा था। पुलिस के अनुसार, भोजराम ने पहले भी बच्चों को उठा लेने की धमकी दी थी। जब पूजा ने उसकी हरकतों और धमकियों को नजरअंदाज किया, तो भोजराम ने हवस और हैवानियत की आग में जलते हुए दो मासूमों को रास्ते से हटाने का खौफनाक प्लान बनाया। भोले-भाले मासूम, जो स्कूल में पढ़ते थे और अपने जीवन की छोटी-छोटी खुशियों में डूबे रहते थे, उन्हें यह नहीं पता था कि उनका अपना मौसा उन्हें जंगल की ओर मौत के मुंह में धकेलने ले जा रहा है। नीयत की गंदगी और हवस की आग में जलते हुए भोजराम ने दोनों मासूमों का न केवल जीवन छीना, बल्कि उनकी मां की पूरी दुनिया उजाड़ दी।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार

इस दिल दहला देने वाले मामले में सिवनी पुलिस ने असाधारण तत्परता दिखाई। नगर पुलिस अधीक्षक पूजा पांडे के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने मात्र 24 घंटे के भीतर इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश करते हुए दोनों आरोपियों भोजराम बेलवंशी और शुभम जावरे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की चारों ओर सराहना हो रही है, जिसने यह संदेश दिया है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, वह कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकता। मामले की गहन जांच जारी है।


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