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मऊगंज पुलिस की बड़ी कामयाबी: ₹10,000 का इनामी हत्यारोपी मिर्जापुर से गिरफ्तार, बेसबॉल का डंडा बरामद baramad Aajtak24 News |
मऊगंज, - मऊगंज पुलिस ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में लगभग डेढ़ माह से फरार चल रहे ₹10,000 के इनामी हत्यारोपी विपुल गौतम को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मऊगंज के पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप कुमार सोनी के सख्त निर्देशों और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह परिहार तथा एसीओपी श्रीमती सची पाठक के मार्गदर्शन में थाना लौर पुलिस द्वारा की गई। आरोपी के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया गया बेसबॉल का डंडा भी बरामद किया गया है। क्या था पूरा मामला? यह पूरा प्रकरण 21 मई, 2025 को शुरू हुआ था, जब फरियादी मनीष सेन ने थाना लौर में एक सूचना दर्ज कराई थी। शुरुआती जांच के बाद भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं – 126(2), 296, 115(2), 118(1), 119(1), 351(3), 3(5) बीएनएसएस – के तहत अपराध क्रमांक 216/25 पंजीबद्ध किया गया।
हालांकि, इस मामले ने तब और गंभीर मोड़ ले लिया जब 26 मई, 2025 को आहत मनोज पटेल (पिता शिवदयाल पटेल, उम्र 29 वर्ष, निवासी ग्राम खुझवा सुअरहा) की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इसके बाद, मामले में हत्या की धारा 103(1) बीएनएसएस का इजाफा किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में पहले ही दो अन्य आरोपियों, नित्यानंद शुक्ला और कार्तिकेय शुक्ला (दोनों निवासी ग्राम पताई), को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। इनामी आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी मनोज पटेल की मृत्यु के बाद, मुख्य आरोपी विपुल गौतम फरार हो गया था। पुलिस अधीक्षक महोदय ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹10,000 का इनाम घोषित किया था। फरार आरोपी की लगातार तलाश की जा रही थी।
पुलिस को अपनी तकनीकी टीम और मुखबिर तंत्र से आरोपी विपुल गौतम की सटीक लोकेशन मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश में होने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही, 9 जुलाई, 2025 को थाना लौर की टीम ने तत्काल मिर्जापुर में दबिश दी और घेराबंदी कर विपुल गौतम (पिता भास्करदत्त गौतम, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम पताई, थाना लौर) को सफलतापूर्वक दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद, आरोपी से गहन पूछताछ की गई और उसके मेमोरेंडम कथन दर्ज किए गए। इन कथनों के आधार पर, पुलिस ने उसके घर से बेसबॉल का डंडा बरामद किया, जिसका उपयोग कथित तौर पर मारपीट और हत्या में किया गया था। आरोपी को अब न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के लिए न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
पुलिस टीम का विशेष योगदान इस महत्वपूर्ण सफलता में थाना प्रभारी लौर उप निरीक्षक गोविंद प्रसाद तिवारी, आरक्षक रामकरण यादव, नन्नू वास्केल, मनीष यादव (थाना लौर), और साइबर सेल मऊगंज के नितिन शुक्ला, भावेश द्विवेदी का विशेष योगदान रहा। मऊगंज पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसी कठोर कार्रवाईयां जारी रहेंगी।