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महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़: राज ठाकरे और फडणवीस की सीक्रेट मीटिंग से MNS-BJP गठबंधन की अटकलें तेज tej Aajtak24 News |
मुंबई - महाराष्ट्र की राजनीति में गुरुवार को उस वक्त एक बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला, जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच मुंबई के एक पांच सितारा होटल में बंद कमरे में एक घंटे लंबी मुलाकात हुई। यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव निकट भविष्य में होने हैं और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) लगातार 'मराठी मानूस' की एकजुटता के नाम पर MNS के साथ गठबंधन की संभावनाओं को हवा दे रही थी। इस अचानक हुई मुलाकात ने उद्धव गुट के मंसूबों पर पानी फेर दिया है और संकेत दिया है कि राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे की बजाय भाजपा और शिंदे गुट के साथ जाने का मन बना रहे हैं।
उद्धव गुट के प्रयासों पर फिरा पानी
पिछले कई महीनों से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के नेता, जिनमें उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत प्रमुख हैं, राज ठाकरे से सार्वजनिक रूप से साथ आने की अपील कर रहे थे। 'मराठी अस्मिता' की एकता का संदेश देने के लिए पुराने पारिवारिक फोटो साझा किए गए, सोशल मीडिया पोस्ट लिखे गए और यहां तक कि पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में भी भावनात्मक लेख प्रकाशित किए गए। लेकिन MNS की ओर से इन अपीलों पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई। हाल ही में राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने भी स्पष्ट कर दिया था कि गठबंधन सिर्फ मीडिया में बयानबाजी से नहीं बनते। 14 जून को राज ठाकरे और 13 जून को आदित्य ठाकरे के जन्मदिन को शिवसेना (UBT) कार्यकर्ता प्रतीकात्मक एकता दिवस के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इस अचानक बैठक ने उनके इन प्रयासों को बेअसर कर दिया है।
शिंदे गुट ने भी खोला दरवाजा
भाजपा के अलावा, शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से भी राज ठाकरे को गठबंधन का प्रस्ताव मिला है। मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय शिरसाट ने गुरुवार को कहा, "हमने पहले भी विधानसभा चुनाव के समय गठबंधन की पेशकश की थी। आज भी हम राज साहेब को साथ आने का निमंत्रण देते हैं।" यह स्पष्ट करता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट भी MNS को अपने पाले में लाने का इच्छुक है।
BMC चुनाव और 'मराठी-हिंदुत्व' वोटों का समीकरण
राज ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस की यह मुलाकात BMC चुनावों के मद्देनजर बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यदि भाजपा और MNS साथ आते हैं, तो यह मराठी और हिंदुत्व वोटों को एक साथ लाने में मदद कर सकता है। शिवसेना (UBT) नेता और पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, "अभी इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। दोनों भाइयों ने पहले मतभेदों को गौण बताया है। देखते हैं आगे क्या होता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बैठक महाराष्ट्र की राजनीतिक दिशा को किस ओर ले जाती है और क्या राज ठाकरे वास्तव में भाजपा और शिंदे गुट के साथ मिलकर आगामी BMC चुनावों में उद्धव ठाकरे को चुनौती देंगे।