वेश बदलकर घुसपैठ: दिल्ली में ट्रांसजेंडर बनकर छिपे थे अवैध बांग्लादेशी, बड़ी संख्या में गिरफ्तारी giraftari Aajtak24 News

वेश बदलकर घुसपैठ: दिल्ली में ट्रांसजेंडर बनकर छिपे थे अवैध बांग्लादेशी, बड़ी संख्या में गिरफ्तारी giraftari Aajtak24 News

नई दिल्ली - देश की राजधानी दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों ने छिपने के लिए एक चौंकाने वाली नई तरकीब अपनाई है। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के अशोक विहार इलाके में चलाए गए एक विशेष अभियान के दौरान पुलिस ने 5 ऐसे बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा है, जो अपनी पहचान छिपाने के लिए महिलाओं और ट्रांसजेंडर का भेष बदलकर रह रहे थे। इन 5 लोगों सहित कुल 18 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो बिना किसी वैध दस्तावेज़ के अवैध रूप से भारत में रह रहे थे।

वेश बदलने के लिए अपनाए गए चौंकाने वाले तरीके

पुलिस के अनुसार, ये घुसपैठिए भेष बदलने में माहिर थे। ऑपरेशन के दौरान, पुलिस टीम ने भीख मांगते हुए पाँच ऐसे संदिग्धों को देखा, जो खुद को ट्रांसजेंडर महिला के रूप में पेश कर रहे थे। जब उनकी पहचान की गई, तो यह पाया गया कि उन्होंने अपनी शारीरिक बनावट को पूरी तरह से बदल लिया था। वे भारी मेकअप, पारंपरिक महिला पोशाक जैसे साड़ी और सलवार सूट, नकली बाल (विग), चूड़ियाँ, बिंदी और यहाँ तक कि स्तन वृद्धि (fake breasts) जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे थे। कुछ ने प्रवर्तन एजेंसियों से बचने के लिए अपनी आवाज़ और हाव-भाव को भी महिलाओं जैसा बनाने के लिए हार्मोनल उपचार और छोटी सर्जरी करवाई थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह एक सुनियोजित प्रयास था ताकि वे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आसानी से घुल-मिल सकें और महिलाओं व ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के प्रति सामाजिक संवेदनशीलता का फायदा उठा सकें, जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाए।

विशेष पुलिस अभियान और मिली जानकारी

नॉर्थ वेस्ट जिले में अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य केंद्र अशोक विहार इलाका था। इस ऑपरेशन में पुलिस टीम ने रणनीतिक रूप से घेराबंदी की और 100 से अधिक झुग्गियों और 150 गलियों में गहन सत्यापन अभियान चलाया। इसी दौरान, पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। उसने शुरू में खुद को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बांग्लादेशी नागरिक होने की बात कबूल कर ली। उसकी निशानदेही पर उसके परिवार के 13 अन्य सदस्यों को भी पकड़ा गया, जिनमें 10 वयस्क और 3 बच्चे शामिल हैं।

'IMO ऐप' का इस्तेमाल और आगे की कार्रवाई

पुलिस ने इन घुसपैठियों के कब्जे से 7 स्मार्ट मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें प्रतिबंधित IMO ऐप डाउनलोड था। इस ऐप का इस्तेमाल वे बांग्लादेश में अपने परिवारों से बातचीत करने के लिए करते थे। पकड़े गए सभी घुसपैठिए ढाका, बांग्लादेश के रहने वाले हैं और इनके पास भारत में रहने के लिए कोई वैध वीज़ा, यात्रा दस्तावेज़ या परमिट नहीं था। इन सभी को विदेशी अधिनियम, 1946 के उल्लंघन के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई और निर्वासन के लिए विदेशी पंजीकरण कार्यालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है।

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