विस्फोट का भयावह मंजर और बचाव अभियान
धमाके के बाद फैक्ट्री से आग की लपटें उठने लगीं और धुएं का विशाल गुबार कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट इतना प्रचंड था कि फैक्ट्री के कुछ मजदूर धमाके की चपेट में आकर लगभग 100 मीटर दूर हवा में उछलकर जा गिरे। घटनास्थल पर पहुंचे बचाव दल ने चारों ओर मलबा और आग का भयानक मंजर देखा। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की 11 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने के लिए कई घंटों तक संघर्ष करती रहीं। पुलिस ने फौरन एंबुलेंस बुलाईं और घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। दुर्घटनास्थल के वीडियो में मजदूर बुरी तरह झुलसे हुए और पीड़ा में दिख रहे थे, जो इस हादसे की भयावहता को दर्शा रहा है।
बढ़ता मृतकों का आंकड़ा और फैक्ट्री का विवरण
शुरुआत में इस हादसे में 8 लोगों की मौत की आशंका जताई गई थी, लेकिन जैसे-जैसे बचाव अभियान आगे बढ़ा और अस्पतालों से रिपोर्टें आनी शुरू हुईं, यह आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया। संगारेड्डी के पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने बताया कि फिलहाल बचाव अभियान जारी है और अभी तक सभी शव बरामद नहीं किए जा सके हैं। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद ही घायलों और मृतकों का सही आंकड़ा स्पष्ट हो पाएगा।सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक फार्मास्युटिकल कंपनी है जो सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री (API), इंटरमीडिएट्स, एक्सिपिएंट्स, विटामिन-खनिज मिश्रण और अन्य रसायनों का उत्पादन करती है। घटना के समय फैक्ट्री में लगभग 100 मजदूर काम कर रहे थे। मृतकों और घायलों में उत्तर प्रदेश और ओडिशा सहित कई राज्यों के प्रवासी मजदूर शामिल हैं, जो बेहतर आजीविका की तलाश में यहां आए थे।
जांच और मुआवजे का ऐलान
विस्फोट के सटीक कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है। पुलिस ने घटना के संबंध में जांच शुरू कर दी है और फोरेंसिक टीमें भी घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाने के लिए पहुंच गई हैं। यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक मुआवजे की घोषणा की है, साथ ही घायलों को भी हर संभव सहायता और बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। सभी घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है। प्रशासन पीड़ितों के परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।