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बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस का पूर्वोत्तर भारत को लेकर विवादित बयान, 'स्वतंत्र देश' बताकर क्षेत्रीय एकता पर सवाल sawal Aajtak24 News |
नई दिल्ली - बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक बार फिर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर अपने विवादित और खतरनाक मंसूबों को सार्वजनिक किया है। इस बार उन्होंने यह सुझाव देकर सनसनी फैला दी है कि भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्य स्वतंत्र देशों की तरह हैं, जिनके साथ क्षेत्रीय और एकीकृत आर्थिक विकास की रणनीति तैयार की जा सकती है। सोमवार को यूनुस ने नेपाली संसद के प्रतिनिधि सभा की उपाध्यक्ष इंदिरा राणा के साथ एक मुलाकात की थी। इस बैठक के संबंध में सोशल मीडिया पर साझा की गई एक पोस्ट में उनकी ओर से कहा गया है कि बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों के बीच एक एकीकृत आर्थिक रणनीति बनाई जानी चाहिए। इस बयान ने क्षेत्रीय अखंडता और भारत की संप्रभुता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह पहली बार नहीं है जब मोहम्मद यूनुस ने पूर्वोत्तर भारत को लेकर इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी की है। कुछ महीने पहले ही उन्होंने इस क्षेत्र को "भूमि से घिरा हुआ" (Landlocked) बताते हुए बांग्लादेश को इस क्षेत्र का 'अभिभावक' तक करार दिया था। इस बार उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए इन राज्यों को अलग देशों के समकक्ष बताकर क्षेत्रीय सहयोग के नाम पर अलगाववादी मानसिकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। उनका कहना है कि इन देशों और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को अलग-अलग रहने की बजाय एक साथ रहने पर अधिक फायदा होगा।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई एक पोस्ट में, मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार ने नेपाल संसद की उपाध्यक्ष इंदिरा राणा के साथ हुई उनकी बैठक का विस्तृत विवरण दिया। पोस्ट में कहा गया है, "यूनुस ने बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों के बीच एक एकीकृत आर्थिक रणनीति का आह्वान किया है, जिसमें जलविद्युत, स्वास्थ्य सेवा और सड़क संपर्क में सीमा पार सहयोग की संभावना पर जोर दिया गया है। गौरतलब है कि पिछले महीने बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक मुलाकात के दौरान भी मोहम्मद यूनुस ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को 'भूमि से घिरा हुआ' बताकर विवाद पैदा कर दिया था। तब उन्होंने दावा किया था कि इन सात राज्यों के लिए समुद्र तक पहुंचने का कोई सीधा रास्ता नहीं है और बांग्लादेश इस पूरे क्षेत्र के लिए 'महासागर का एकमात्र संरक्षक' है, जिससे चीनी अर्थव्यवस्था के विस्तार की संभावना बनती है।
अब, एक बार फिर नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर मोहम्मद यूनुस ने जलविद्युत, स्वास्थ्य सेवा और सड़क संपर्क में सीमा पार सहयोग की संभावनाओं का हवाला देते हुए एक नया 'ख्याली पुलाव' बनाना शुरू कर दिया है। उन्होंने सोमवार को नेपाल की संघीय संसद के प्रतिनिधि सभा की उपाध्यक्ष इंदिरा राणा के साथ एक शिष्टाचार भेंट के दौरान ये विवादास्पद टिप्पणियां कीं। इंदिरा राणा ढाका में नेपाल के दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बांग्लादेश पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का उल्लेख करते हुए कहा, "बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और सात बहनों के लिए एक एकीकृत आर्थिक योजना होनी चाहिए। हमें अलग होने की तुलना में एक साथ मिलकर अधिक लाभ प्राप्त करना है। मोहम्मद यूनुस के इन लगातार बयानों को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा माना जा रहा है। उनके इस तरह के जहरीले मंसूबों पर भारत सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया की उम्मीद है।