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शहीद रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, 'ऑपरेशन सिंदूर' में दी शहादत sahadat Aajtak24 News |
पटना - पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' में शहीद हुए बिहार के वीर सपूत, आर्मी जवान रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर आज पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा। शहीद के सम्मान में एयरपोर्ट पर गणमान्य व्यक्तियों और नागरिकों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी शहादत पर पूरे बिहार और देश को गर्व है।सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के वसिलपुर गांव के निवासी रामबाबू सिंह ने साल 2017 में भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देना शुरू किया था। उनके पिता, स्वर्गीय राम विचार सिंह, हरिहरपुर पंचायत के पूर्व उप मुखिया थे। पिछले साल दिसंबर 2024 में ही रामबाबू का विवाह धूमधाम से धनबाद में संपन्न हुआ था। वे 22 मार्च को छुट्टी पर अपने घर आए थे और 10 अप्रैल को वापस कश्मीर में अपनी ड्यूटी पर लौट गए थे। दुर्भाग्यवश, 12 मई को देश को उनकी शहादत की दुखद खबर मिली।
एयरपोर्ट पर शहीद रामबाबू सिंह को श्रद्धांजलि देने वालों में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल थे। उन्होंने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। आज दोपहर को शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव वसिलपुर पहुंचेगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। बिहार सरकार ने शहीद रामबाबू सिंह के आश्रितों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा की है। यह कदम शहीद के परिवार को इस कठिन समय में कुछ संबल प्रदान करेगा।
परिजनों ने बताया कि रामबाबू 10 अप्रैल को अपनी छुट्टी समाप्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी पर लौटे थे। उस समय सीमा पर पाकिस्तानी हमलों का दौर जारी था, जिसके दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए। गांव के लोग उनकी शहादत पर गर्व महसूस कर रहे हैं, लेकिन उनके परिवार की स्थिति देखकर सभी गहरे दुख में हैं। आर्मी में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत रामबाबू सिंह एक कर्तव्यनिष्ठ और साहसी जवान थे। उनकी शहादत देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा और आने वाली पीढ़ियों को देश सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा। शहीद रामबाबू सिंह अमर रहें।