लखनऊ में रिश्तों का खून: निकाह से पहले सगे भाई ने किया दुष्कर्म, ससुराल में गर्भावस्था से खुली पोल pol Aajtak24 News

 

लखनऊ में रिश्तों का खून: निकाह से पहले सगे भाई ने किया दुष्कर्म, ससुराल में गर्भावस्था से खुली पोल pol Aajtak24 News 

लखनऊ - उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पारा कोतवाली क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है। यहां एक युवती ने अपने ही सगे भाई पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता के अनुसार, कुछ माह पूर्व उसका विवाह तय हुआ था, लेकिन विवाह से ठीक पहले उसके भाई ने उसकी अस्मत लूटी और धमकी देकर चुप करा दिया। इस घिनौनी करतूत का खुलासा तब हुआ जब ससुराल में उसकी गर्भावस्था का पता चला। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि एक अप्रैल की रात उसका सगा भाई जबरन उसके कमरे में घुस आया। उसने उसके साथ छेड़छाड़ की और जब उसने विरोध किया, तो आरोपी ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता के मुताबिक, विरोध करने पर उसके भाई ने उसे धमकी दी कि कुछ ही दिनों में उसकी शादी है और अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो कोई उस पर विश्वास नहीं करेगा। उसने यह भी धमकी दी कि अगर उसने किसी से शिकायत की तो वह उसे जान से मार देगा।

डर और शर्म के कारण पीड़िता ने उस समय किसी को कुछ नहीं बताया। 15 अप्रैल को उसका निकाह संपन्न हुआ और वह अपने ससुराल चली गई। ससुराल में कुछ दिन बीतने के बाद उसकी तबीयत खराब रहने लगी। 29 अप्रैल को जब उसके पति उसे डॉक्टर के पास ले गए, तो जांच में पता चला कि वह गर्भवती है। इस अप्रत्याशित खबर से ससुराल वाले सन्न रह गए। जब ससुराल वालों ने पीड़िता से उसकी गर्भावस्था के बारे में पूछा, तो उसने हिम्मत जुटाकर अपनी सास को आपबीती सुनाई। उसने बताया कि शादी से पहले उसके सगे भाई ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। बहू के साथ हुए इस अन्याय को सुनकर सास का हृदय द्रवित हो उठा और उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने का संकल्प लिया। उन्होंने पीड़िता को हौसला दिया और उसे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया।

पीड़िता ने बताया कि अपने ससुराल वालों के समर्थन के बाद ही वह गुरुवार को पारा कोतवाली पहुंची और अपने सगे भाई के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मामला दर्ज कर आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी एक स्थानीय मीट की दुकान पर काम करता है। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। पीड़िता ने यह भी दुखद खुलासा किया कि उसने घटना के बाद अपने माता-पिता को भी इस बारे में बताया था, लेकिन उन्होंने अपने बेटे का बचाव करते हुए उसे शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया था। इस घटना ने न केवल पीड़िता को मानसिक और शारीरिक रूप से traumatize किया है, बल्कि परिवार के पवित्र रिश्तों को भी कलंकित कर दिया है। ससुराल वालों का इस मुश्किल घड़ी में पीड़िता का साथ देना मानवता और न्याय की जीत की उम्मीद जगाता है। यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पारिवारिक रिश्तों की संवेदनशीलता पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है।

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